Amritpal Singh Arrest Operation: वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ आज 10वें दिन भी कार्रवाई जारी है. पंजाब पुलिस अभी तक अमृतपाल को नहीं खोज पाई है. वही अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए 353 लोगों में 197 लोगों को छोड़ दिया गया है. इसी बीच अमृतपाल के संगठन वारिस पंज-आब दे को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार अमृतपाल ने इस संगठन का गठन सिर्फ इसलिए किया था ताकि वारिस पंजाब दे की लोकप्रियता को खत्म किया जा सके.
दस्तावेजों से मिली महत्वपूर्व जानकारी
पंजाब पुलिस को अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई के दौरान मिले दस्तावेजों से जानकारी मिली है आज तक में प्रकाशित एक खबर के अनुसार, दीप सिद्धू के भाई द्वारा चलाए जा रहे है वारिस पंजाब दे संगठन की अमृतपाल लोकप्रियता खत्म करना चाहता था इसके लिए उसने वारिस पंज-आब दे का गठन किया. वारिस पंजाब दे का गठन दीप सिद्धू के भाई मनदीप ने 4 जुलाई, 2022 को फतेहगढ़ साहिब में किया था, इस संगठन का उद्देश्य अपने भाई के सपने को पूरा करने के साथ-साथ, शिक्षा को बढ़ावा देना, नशा करने वालों को खेलों के प्रति आकर्षित करना और प्रदूषण को लेकर जागरूकता फैलाना था. वही जब अमृतपाल दुबई से अगस्त 2022 में लौटा तो उसने मनदीप से वारिस पंजाब दे के दस्तावेज मांगे. जब मनदीप ने उसे दस्तावेज दिखाने से इंकार कर दिया था.
वारिस पंजाब दे पर अमृतपाल का कब्जा
वारिस पंजाब दे में एंट्री ना मिलने के बाद अमृतपाल सिंह का 'वारिस पंज-आब दे' नाम का एक संगठन सामने आया. जिसका रजिस्ट्रेशन 15 दिसंबर 2021 को मोगा जिले से पहले ही हो चुका था, यही नहीं इस संगठन से दीप सिद्धू का आधिकारिक फेसबुक पेज भी जुड़ा था. ऐसे में फॉलोअर्स की संख्या भी काफी अधिक हो गई. लोगों को लगा कि दीप सिद्धू द्वारा बनाया गया संगठन अब अमृतपाल का है.
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