Haryana News: हरियाणा में तीन निर्दलीय विधायकों सोमबीर सांगवान, रणधीर सिंह गोलन और धर्मपाल गोंद ने बीजेपी सरकार से समर्थन वापस लेने की घोषणा कर दी और अब वे कांग्रेस के साथ खड़े हो गए हैं. ऐसे में कांग्रेस यह दावा कर रही है कि बीजेपी अल्पमत में है तो वहीं सीएम नायब सैनी (Nayab Saini) का कहना है कि उनकी सरकार को कोई संकट नहीं है. इस बीच कांग्रेस दीपेंदर हुड्डा (Deepender Hooda) ने कहा कि जो बीजेपी का साथ छोड़ रहे हैं उन्हें तुरंत राज्यपाल से मिलना चाहिए.
दीपेंदर हुड्डा ने कहा, ''जेजेपी को गवर्नर को लिखकर देना चाहिए अगर उनमें मिलीभगत नहीं है. आईएनएलएडी और वे विधायक जो कहते हैं कि वे बीजेपी के खिलाफ हैं वे भी तुरंत गवर्नर को लिखकर दें. बीजेपी के पास बहुमत नहीं है. कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं और बाकी तीन निर्दलीय विधायक ने समर्थन दिया है. यह स्पष्ट हो गया है कि बीजेपी अल्पमत में आ गई है.''
बहुमत से दूर क्या करेगी बीजेपी?
90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के पास बहुमत से दो विधायक कम है और उसने निर्दलीय के समर्थन से सरकार बनाई थी. अब निर्दलीय विधायकों के हटने पर कांग्रेस हरियाणा में राष्ट्रपति शासन की मांग कर रही है. इस बीच पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि निर्दलीय विधायक अगर जाते हैं तो हम क्या कर सकते हैं. कांग्रेस अपनों को संभाल कर रखे. खट्टर ने दावा करते हुए कहा कि जिस दिन हिसाब खुला तो समझ में आएगा कि बीजेपी के संपर्क में कितने विधायक हैं.
बीजेपी के संपर्क में जेजेपी विधायक ?
निर्दलीय विधायकों का कहना है कि वे किसान, महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर बीजेपी से समर्थन वापस ले रहे हैं. दूसरी तरफ खबर है कि जेजेपी के कुछ विधायक बीजेपी के साथ जाना चाहते हैं. हरियाणा में हाल ही में नेतृत्व परिवर्तन हुआ है जब मनोहर लाल खट्टर की जगह नायब सिंह सैनी सीएम बने हैं, जबकि बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन टूट गया है.
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