Wrestlers Protest: बहन-बेटी को अखाड़े में भेजने की कैसे होगी हिम्मत? पहलवानों के मुद्दे पर कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने बीजेपी को घेरा
Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी ना होने से दिल्ली के जंतर मंतर पर पहलवानों का धरना जारी है. कांग्रेस लगातार बीजेपी सरकार पर हमलावर है.
Haryana News: हरियाणा से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने पहलवानों के मुद्दे पर एक बार फिर बीजेपी सरकार को जमकर घेरा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय से अब तक भारत ने 17 मेडल हासिल किए है. 17 में से 10 मेडल हरियाणा के खिलाड़ी लेकर आए है. खेलो को लेकर एक प्रोत्साहन का वार्तावरण बनाया गया था जिसे अब खत्म किया जा रहा है. आने वाले समय में इसका इतना नुकसान होगा कि आप अंदाजा नहीं लगा सकते.
बहन-बेटी को अखाड़े में भेजने की हिम्मत कैसे होगी?
हुड्डा ने कहा कि अगर इस देश में न्याय नहीं होगा तो ऐसे में कौन अपनी बहन-बेटी को कौन प्रेक्टिस के लिए भेजेगा? उन्होंने कहा कि कुश्ती मात्र एक खेल नहीं है, कुश्ती ने भारत की हजारों बेटियों को घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर दुनिया पर छा जाने के सपने दिखाये हैं. लेकिन जब एक अपराधी सरकार की शरण में बैठकर पहलवानों का शोषण करेगा तो कौन सा पिता अपनी बेटी को अखाड़े में भेजने की हिम्मत करेगा.
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा खोखला’
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा केवल खोखला दिख रहा है, क्योंकि बीजेपी बेटियों को अपने नेताओं से ही नहीं बचा पा रही है, बल्कि उल्टा आरोपी अपने नेताओं को बचाने का काम कर रही है. हुड्डा ने कहा कि पहलवान न्याय के लिए सड़कों पर बैठे हैं लेकिन बीजेपी सरकार बोलने को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी ऐसा ही हाल है एक महिला कोच ने खेल मंत्री पर आरोप लगाए है. इसके बावजूद मामले को रफा दफा करने की तैयारी की जा रही है. हुड्डा ने कहा कि बड़े शर्म की बात है जब ये बेटियां मेडल जीतकर लाती हैं तो बीजेपी नेता इनके साथ फोटो खिंचवाते है और जब खिलाड़ियों ने मेडल गंगा में बहाने की बात कही तो भी कोई नेता उन्हें रोकने तक नहीं आए.
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