Haryana News: कांग्रेस सासंद दीपेंद्र सिंह हुड्डा (Deepender Singh Hooda) ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) का विरोध करते हुए यह दावा किया कि उनकी पार्टी हरियाणा में सत्ता में लौटेगी और फिर पुरानी पेंशन स्कीम (OPS) को लागू किया जाएगा. दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि न्यू पेंशन स्कीम की तुलना में यूपीएस सरकारी कर्मचारियों के साथ बड़ा धोखा है.


हरियाणा के झज्जर में मंगलवार को उन्होंने ओलिंपिक पदक विजेता अमन सहरावत के स्वागत कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान हुड्डा ने पेंशन स्कीम को लेकर बात की. बता दें कि केंद्रीय कैबिनेट ने 24 अगस्त को यूपीएस को मंजूरी दी है जिसमें 1 जनवरी 2004 के बाद सेवा में शामिल होने वालों को बेसिक वेतन का 50 प्रतिशत पेंशन दिए जाने की घोषणा की गई है. 25 साल तक सेवा देने वाले कर्मचारी इस पेंशन के पात्र होंगे. 


वीआरएस लेने वाले कर्मचारियों को होगा नुकसान- हुड्डा
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यूपीएस और एनपीसी कर्मचारी विरोधी योजनाएं हैं और यूपीएस सरकारी कर्मचारियों के साथ एनपीएस से भी बड़ा धोखा है. उन्होंने कहा कि  यूपीएस में पूरी पेंशन के लिए 25 साल की सेवा की सीमा तय की गई है. इससे सबसे बड़ा नुकसान अर्धसैनिक बलों के जवानों को होगा. साथ ही जो कर्मचारी 25 साल से पहले वीआरएस ले लेते हैं उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. हुड्डा ने कहा कि उन्हें केवल 10 हजार रुपये की मामूली पेंशन मिलेगी.


कांग्रेस सांसद हुड्डा ने कहा कि जब एनपीएस को लागू किया गया तब ओपीएस को उससे बेहतर बताया गया था और अब तो यूपीएस को लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि यूपीएस के अंतर्गत सरकारी कर्मचारियों को उनके योगदान का 10 प्रतिशत भी नहीं मिल पाएगा.


यूपीएस से पेंशन हो जाएगी आधी- हुड्डा
हुड्डा ने कहा कि महंगाई भत्ता हटाकर कर्मचारियों को उनकी बेसिक सैलरी का आधा हिस्सा पेंशन के रूप में मिलेगा. हुड्डा ने दावा किया कि  पांच साल में महंगाई भत्ता बेसिक सैलरी के बराबर या उससे ज्यादा हो जाता है. इसलिए यूपीएस के तहत पेंशन आधी हो जाएगी. 


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