Arvind Kejriwal in Punjab: आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल गुरुवार को पंजाब दौरे के दौरान जालंधर में पूर्व उद्योगपतियों से मुलाकात कर बजट को लेकर उनका सुझाव जाना. इस दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि, सरकारी स्कूल में पहले बिल्कुल पढ़ाई नहीं होती थी. सारे क्लास रूम और छते, दीवारें टूटी हुई होती थी. पढ़ाई के नाम पर कुछ नहीं होता था. एक आम आदमी बहुत मजबूरी में अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजता था. हमने कल जो शानदार स्कूल का उद्घाटन किया है, वो उन प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर है, जहां आप सभी के बच्चे पढ़ते होंगे. 


24 घंटे काम कर रही पंजाब सरकार
सीएम ने आगे कहा कि, अमृतसर का तो वह पहला स्कूल है, ऐसे ही पूरे पंजाब में 20 हजार सरकारी को स्कूलों को शानदार बनाएंगे. मैं वादा करता हूं कि पांच साल बाद जब आपसे वोट मांगने आऊंगा तो बहुतों के बच्चे उन सरकारी स्कूलों में पढ़ते मिलेंगे. आप सबने विश्वास जताकर इतने भारी बहुमत से जिताया, तो हमारी सरकार भी 24 घंटे लगकर पूरी ईमानदारी से काम कर रही है. पिछली सरकारें व्यापारियों को साथ लेकर काम नहीं करती थी, लेकिन मैं आप सबको अपना भाई अपना साथी मानता हूं. ऐसे में हम सब मिलकर एक रंगला पंजाब बनाएंगे.





 उद्योगपतियों ने इन समस्याओं को लेकर की बात
खेल उद्योग से जुड़े उद्योगपतियों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले भी अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने मुलाकात की थी और विजन डाक्यूमेंट तैयार करने के लिए सुझाव मांगे थे. उनकी तरफ से जालंधर की खेल इंडस्ट्री को बूस्ट करने और यहां खेल यूनिवर्सिटी खोलने की बात कही गई थी, जो अभी तक नहीं खोली गई. इसको लेकर बात की गई. इसके साथ ही राज्य में इंस्पेक्टरी राज खत्म करने का वादा किया गया था, लेकिन अभी भी वैसा ही चल रहा है. उसके लेकर बात की गई. पीपीसीबी की वन टाइम सेटलमेंट पॉलिसी जारी करने की भी उनसे मांग की गई.



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