Dengue Attack in Haryana: हरियाणा में डेंगू के मामले बेकाबू होते जा रहे हैं. हर दिन डेंगू के मामले सामने आने के बाद यहां की स्थिति खराब होते जा रही है. रविवार को हरियाणा के फतेहाबाद, हिसार और नूंह में एक-एक रोगियों की जान डेंगू के कारण चली गई. डेंगू से एक दिन में तीन मौत होने के बाद हरियाणा में डेंगू से मरने वाले रोगियों की संख्या चार हो गई है. इससे पहले सिर्फ एक रोगी की जान डेंगू के कारण गई थी. हरियाणा में डेंगू से सबसे पहली मौत पंजकूला में हुई थी. वहीं साल 2016 से हरियाणा में डेंगू से एक भी व्यक्ति की जान नहीं गई थी.


2015 के बाद सामने आए सबसे ज्यादा मामले


हरियाणा में साल 2015 के बाद इस साल 2021 में डेंगू के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं. हरियाणा की आधिकारिक डेंगू रोगियों के गिनती पांच साल के उच्चतम स्तर पर है. साल के अंत में बारिश जारी रहने के साथ, स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि मामलों की संख्या बढ़ सकती है। 2017 में दर्ज किए गए 4,550 मामलों की तुलना में टैली पहले से ही काफी अधिक है, जिसमें पिछले कुछ वर्षों में सबसे अधिक मामले देखे गए। 2016, 2018, 2019 और 2020 में, केसलोएड क्रमशः 2,494, 1,936, 1,207 और 1,377 था.


इन जिलों में सामने आए सबसे ज्यादा मामले


हरियाणा के कई जिले इस समय डेंगू से बेहाल है. सबसे ज्यादा खराब हालात वाले जिले को सबसे अधिक प्रभावित के रूप में रखा गया है. इनमें फतेहाबाद (916), पंचकुला (792), हिसार (755), सिरसा (718), सोनीपत (683), कैथल (675) और अंबाला (558) शामिल हैं. इन सात जिलों के अलावा, जींद में 411 मामले हैं, इसके बाद नूंह (409), चरखी दादरी (364), रोहतक (299), गुड़गांव (283), भिवानी (273), फरीदाबाद (269), रेवाड़ी (260), झज्जर हैं। (242), यमुनानगर (234), पानीपत (181), कुरुक्षेत्र (162), महेंद्रगढ़ (153), करनाल (172) और पलवल (43).


यह भी पढ़ें:


Delhi Breaking: नांगलोई में सिलेंडर फटने से लगी आग, चार लोग घायल, मौके पर दमकल की गाड़िया मौजूद


Delhi-NCR News: प्रदूषण की वजह से गुरुग्राम, सोनीपत, फरीदाबाद और झज्जर में चार दिनों तक स्कूल बंद