Haryana News: हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी में चल रही खींचतान के बीच उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि राज्य में स्थिर सरकार चलाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी-जेजेपी ने गठबंधन किया था. गठबंधन बनाने को लेकर कोई विवशता नहीं थी. आपको बता दें कि हरियाणा बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब ने जेजेपी को लेकर कहा था कि जेजेपी ने समर्थन देकर कोई अहसान नहीं किया है. बदले में उनके विधायकों को मंत्री बनाया गया है. अब बिप्लब देब के बयान पर दुष्यंत चौटाला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
निर्दलीय विधायकों ने की थी बिप्लब देब से मुलाकात
आपको बता दें कि बीते 8 जून को हरियाणा के चार निर्दलीय विधायकों ने प्रदेश बीजेपी प्रभारी बिप्लब देब से मुलाकात की थी. जिसके बाद लगातार कयास लगाए जा रहे है कि बीजेपी जेजेपी से अपना गठबंधन तोड़ सकती है. इन निर्दलीय विधायकों में धर्मपाल गोंदर, राकेश दौलताबाद, रणधीर सिंह और सोमवीर सांगवान शामिल है. निर्दलीय विधायकों से मुलाकात के बाद बिप्लब देब ने ट्वीट कर लिखा था कि सभी माननीय पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में देश-प्रदेश को समृद्ध बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसके अलावा सिरसा विधायक गोपाल कांडा ने शुक्रवार को बिप्लब देब से मुलाकात की है. जिसके बाद अब बीजेपी-जेजेपी के गठबंधन टूटने की खबरों ने जोर पकड़ लिया है.
चुनावी तैयारियों पर भी बोले चौटाला
लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि दसों लोकसभा सीटों पर संगठन का काम शुरू हो चुका है और जुलाई के पहले सप्ताह में प्रदेश की अलग-अलग लोकसभा सीट पर अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में जनसभाएं की जाएगी, जिसको लेकर तैयारिया शुरू हो चुकी है. ओपीएस लागू करने के सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि प्रदेश सरकार के द्वारा एक कमेटी बनाई गई है जिसमें तीन आईपीएस अफसर चर्चा कर रहे है. उनकी चर्चा का जो निष्कर्ष निकलेगा उसके आधार पर फैसला लिया जाएगा.