Punjab Congress In-Charge: पंजाब में एक तरफ जहां आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में खींचतान मची हुई है. पंजाब कांग्रेस के नेता किसी भी सूरत में लोकसभा चुनावों में पंजाब में आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहते. इसी बीच कांग्रेस आलाकमान की तरफ से बड़ा फैसला लिया गया. पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी को हटा दिया गया है. उनकी जगह पंजाब कांग्रेस इंचार्ज के तौर पर देवेंद्र यादव को लगाया गया है. देवेंद्र यादव दिल्ली कांग्रेस के नेता है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की तरफ से इस संबंध में आदेश जारी किए गए है.
हरीश चौधरी की अगुवाई कांग्रेस हारी थी चुनाव
आपको बता दें कि 2017 में कांग्रेस ने 78 सीटें जीतकर प्रदेश की सत्ता हासिल की थी. कैप्टन अमरिंदर सिंह मुख्यमंत्री बने थे. कांग्रेस को 10 साल बाद प्रदेश की सत्ता मिली थी. इसके बाद राजस्थान कांग्रेस के नेता हरीश चौधरी को पंजाब कांग्रेस के इंचार्ज के तौर पर लगाया गया था. साल 2022 के चुनाव हरीश चौधरी के ही नेतृत्व में लड़े गए थे. लेकिन कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस 78 से सिर्फ 18 सीटों पर सिमट गई. जिसको लेकर अब कांग्रेस ने हरीश चौधरी को पंजाब से हटाते हुए उनकी जगह दिल्ली कांग्रेस के नेता देवेंद्र यादव को प्रदेश प्रभारी की जिम्मेदारी दी है. इससे पहले देवेंद्र यादव उत्तराखंड कांग्रेस के प्रभारी रह चुके है.
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने लिया बड़ा फैसला
साल 2024 में लोकसभा के चुनाव होने है उससे पहले विपक्षी दलों ने बीजेपी से टक्कर लेने के लिए I.N.D.I.A गठबंधन बनाया है. कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी इस गठबंधन में शामिल है. लेकिन पंजाब कांग्रेस के नेता अपने प्रदेश में आम आदमी पार्टी से गठबंधन को तैयार नहीं है. उनका साफ तौर पर कहना है कि अगर पंजाब में कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी से गठबंधन किया तो उन्हें इसका भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. माना यह भी जा रहा है कि पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी नेताओं का गठबंधन को लेकर तालमेल नहीं बैठा पा रहे थे. इसलिए पार्टी ने उन्हें हटाकर दिल्ली कांग्रेस के नेता देवेंद्र यादव को पंजाब की जिम्मेदारी दी है.
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