Haryana News: जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेता दिग्विजय चौटाला (Digvijay Chautala) के एक बयान से हरियाणा की राजनीति में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. शुक्रवार को गुरुग्राम में मीडिया से बातचीत के दौरान चौटाला ने दावा किया कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए तथा उस साल राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद ‘महागठबंधन’ होने से रोक दिया था.


अमित शाह ने पलट दिया था 'खेल'


दिग्विजय चौटाला ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा और उनके बेटे कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा झूठ फैला रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप ‘गठबंधन’ के संबंध में कुछ मुद्दों को स्पष्ट करने की आवश्यकता है. 2019 के विधानसभा चुनाव के परिणाम घोषित होने के बाद जजपा विधायकों ने तीन प्रमुख मुद्दों- नौकरियों में स्थानीय निवासियों के लिए 75 फीसदी आरक्षण, पंचायती राज संस्थानों में महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण और वृद्धावस्था पेंशन पर गठबंधन का प्रस्ताव दिया था. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तत्कालीन अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) जजपा की मांगों पर राजी हो गए और सरकार गठन पर समझौता कर लिया. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी गठबंधन बनाने में नाकाम रहने को लेकर नाखुश थे.'


तुम 100 गिनवाओ, मैं 200 गिनवा दूंगा


आपको बता दें कि अजय सिंह चौटाला और चौधरी बीरेंद्र सिंह के परिवार में चल रही जुबानी जंग भी इन दिनों चर्चाओं में है. दोनों ही परिवार उचाना विधानसभा से चुनाव लड़ने की बात कह रहे है. जिसको देखकर तो अब यहीं लगता है कि इन दोनों परिवारों की लड़ाई कहीं बीजेपी-जेजेपी के बीच की खाई को नहीं बढ़ा दें. चौधरी बीरेंद्र सिह ने एक जनसभा में कह दिया था कि दुष्यंत चौटाला ने उचाना हल्के में कोई विकास कार्य नहीं करवाए. वो अपने द्वारा करवाए गए 100 काम गिनवा सकते हैं जबकि दुष्यंत सिर्फ अपने द्वारा करवाए 5 कार्य गिनवा दें. इस पर दुष्यत चौटाला की तरफ से कहा गया था कि अगर बीरेंद्र सिह 100 काम गिनवा सकते हैं तो मैं 200 गिनवा सकता हूं. 


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