PM मोदी से मिले दिलजीत दोसांझ तो भड़के किसान, 'वहां जा सकते हैं लेकिन शंभू बॉर्डर...'
Farmer's Protest: पंजाब के प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि दिलजीत दोसांझ ने किसान आंदोलन का समर्थन किया था. उन्हें शंभू बॉर्डर पर डल्लेवालजी के साथ आना चाहिए था.
Punjab News: सिंगर दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) ने नववर्ष के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात की. इस मुलाकात से प्रदर्शनकारी किसान भड़क गए हैं. उनका कहना है कि दिलजीत पीएम मोदी से मिल सकते हैं तो फिर शंभू बॉर्डर क्यों नहीं आ सकते. दिलजीत दोसांझ ने किसान आंदोलन का समर्थन किया था. ऐसे में इस उद्देश्य के प्रति दिलजीत के संकल्प को लेकर किसानों ने सवाल उठाया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब-हरियाणा सीमा पर डटे एक किसान ने कहा, ''अगर दिलजीत को वास्तव में किसानों की चिंता है, तो उन्हें समर्थन जताते हुए शंभू बॉर्डर पर डल्लेवालजी के साथ आना चाहिए था. हमारी चिंताएं सुननी चाहिए थीं और अपने बयान पर कायम रहना चाहिए था. इसके उलट वह पीएम मोदी से मिल रहे हैं जो कि उनकी मंशा पर सवाल उठाता है.''
दिलजीत ने किसान आंदोलन को दिया था समर्थन
दिलजीत दोसांझ ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात को नववर्ष की बेहतरीन शुरुआत करार दिया था. जबकि पीएम मोदी ने भी गांव से निकलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम हासिल करने के लिए दिलजीत की तारीफ की थी. 2020 में दिलजीत ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन जताया था और केंद्र से उनकी मांग पूरी किए जाने की अपील की थी. उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा था ''हम किसान समुदाय के साथ खड़े रहेंगे. पंजाब में हर उम्र के लोग किसान के साथ खड़े हैं. जो भी विधेयक का समर्थन कर रहे हैं, उन्हें कम से कम किसानों से बात करनी चाहिए."
उधर, खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल एक महीने से ज्यादा वक्त से अनशन पर हैं और वह केंद्र सरकार पर अपनी मांग मनवाने के लिए दबाव डाल रहे हैं. खनौरी बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान उनके समर्थन में मौजूद हैं जबकि शंभू बॉर्डर पर भी किसान पिछली फरवरी से ही डटे हुए हैं.
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