Punjab: पंजाब में डिस्पेंसरी के डॉक्टर्स का मोहल्ला क्लीनिक में हो रहा ट्रांसफर, लोगों की बढ़ी परेशानी
पंजाब (Punjab) में धुरी के भूलरहेडी गांव के लोगों ने आरोप लगाया है कि सरकार एक तरफ आम आदमी क्लीनिक खोल रही है और दूसरी तरफ हमारे यहां से डॉक्टर भी छीन लिए गए, जिससे परेशानी हो रही है.
No Doctor In Dhuri Dispensary: पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने सरकार बनने पर राज्य में आम आदमी क्लीनिक (Aam Aadmi Clinic) खोलने का वादा किया था. अब तक 500 क्लीनिक की शुरुआत भी हो चुकी है. इन क्लीनिकों में जो डॉक्टर हैं, वह पहले से चल रही डिस्पेंसरी से हटाकर भेजे जा रहे हैं. ऐसे में उन गांवों के लोगों को परेशानी हो रही है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के विधानसभा क्षेत्र धूरी में भी ऐसा मामला सामने आया है. यहां के गांव भूलरहेडी के सरकारी हॉस्पिटल से एमबीबीएस डॉक्टर का तबादला मूलोवाल के आम आदमी क्लीनिक में कर दिया गया.
नाभा रियासत के महाराजा हीरा सिंह के पोत्रे महाराणा प्रताप सिंह ने यहां पर 1942 में जय हॉस्पिटल बनवाया था. उस समय आस-पास कोई भी हॉस्पिटल नहीं हुआ करता था. गांव के लोगों का कहना है, "महाराजा ने हमलोगों को 5 बेड का हॉस्पिटल दिया था. यहां आस-पास के गांव से लोग इलाज कराने के लिए आते थे, डॉक्टर भी 24 घंटे रहते थे. अब सरकार एक तरफ आम आदमी क्लीनिक खोल रही है और दूसरी तरफ हमारे यहां से डॉक्टर भी छीन लिए गए. अगर डॉक्टर नहीं होगा तो हमारी डिस्पेंसरी तो बिल्कुल खत्म हो जाएगी."
लोगों ने सरकार से की ये मांग
लोगों ने आगे कहा, "भूलरहेडी गांव की आबादी पांच हजार से ज्यादा है. हम सरकार से मांग करते हैं कि जहां पर डॉक्टर की तैनाती जल्द से जल्द की जाए और जो जहां पर एक लड़की फार्मासिस्ट के तौर पर काम करती है, उसकी बदली भी कर दी गई है. इस हिसाब से तो हमारा हॉस्पिटल बिल्कुल खाली हो जाएगा."
'आम आदमी क्लीनिक में मिल रहा कम वेतन'
वहीं डिस्पेंसरी में ड्यूटी कर रही हरमिंदर कौर ने बताया, "पूरे पंजाब के फार्मेसी ऑफिसर हड़ताल पर हैं, क्योंकि सरकार के साथ उनकी 15 फरवरी को एक मीटिंग होनी है. सरकार ने उनकी ड्यूटी आम आदमी क्लीनिक में लगा दी है, लेकिन उनको वेतन बहुत कम मिलता है. वह इसलिए वहां पर जाने के लिए तैयार नहीं हैं, लेकिन यह अपना गांव है और इसलिए वह इसी हॉस्पिटल में बैठी हैं. हमारी मांग है कि आप आम आदमी क्लीनिक बनाए, हमें कोई एतराज नहीं, लेकिन हमारे यहां से डॉक्टरों को बदलकर वहां पर न भेजा जाए."
हरमिंदर कौर ने बताया, "जहां पर एक एमबीबीएस डॉक्टर और एक वो खुद फार्मेसी ऑफिसर, एक क्लास फोर कर्मचारी तैनात हैं, लेकिन यहां जो एमबीबीएस डॉक्टर थे, उनका तबादला कर दिया गया है. मूलोवाल गांव में और खुद उनकी बदली अधूरी के आम आदमी क्लीनिक में कर दी गई है."
जानिए सीएमओ ने क्या कहा?
इसे लेकर सीएमओ डॉक्टर परमजीत कौर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला उनके ध्यान में आया है. अभी उन्होंने आदेश दे दिए हैं कि जो लड़की वहां पर फार्मेसी ऑफिसर के तौर पर काम करती है, उसका तबादला रोक दिया गया है. साथ ही इस गांव में हफ्ते में तीन दिन एमबीबीएस डॉक्टर और एक दिन एक लेडीज डॉक्टर की तैनाती होगी, जिससे गांव के लोगों को अपने इलाज के लिए कहीं बाहर न जाना पड़े.
नए डॉक्टरों की होगी तैनाती: स्वास्थ्य मंत्री
दूसरी तरफ धुरी के सरकारी हॉस्पिटल का दौरा करने आए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह से जब ग्रामीण इलाकों में डॉक्टरों की कमी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "कमी कहां है, उनको मालूम है, लेकिन उसको पूरा करने में अभी समय लगेगा. जैसे-जैसे नए डॉक्टरों की तैनाती होती जाएगी, वैसे-वैसे डॉक्टर आएंगे, लेकिन अभी थोड़ा समय हुआ है और सरकार की ओर से पांच साल तक सभी कमियों को पूरा कर लिया जाएगा."
ये भी पढ़ें- Chandigarh: पुलिस के साथ सिखों की हिंसक झड़प को लेकर बड़ा एक्शन, 150 प्रदर्शनकारियों पर मामला दर्ज