करनाल सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा को छह साल पुराने मामले में कोर्ट ने शुक्रवार (3 मई) को जमानत दे दी. इस सीट पर हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर बीजेपी की तरफ से उम्मीदवार हैं. बुद्धिराजा ने पंचकुला में कोर्ट को सामने सरेंडर कर दिया. उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था.
2018 के मामले में मिली राहत
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, बुद्धिराजा को ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अरुणिमा चौहान ने राहत दी. कांग्रेस उम्मीदवार ने एक आवेदन दाखिल किया था जिसमें उन्होंने आश्वस्त किया कि वो कोर्ट के समक्ष उपस्थित रहेंगे. 2018 के मामले में कोर्ट के सामने वकीलों ने उनका पक्ष रखा.
साल 2023 में कोर्ट ने बुद्धिराजा को भगोड़ा घोषित कर दिया था. शुक्रवार को कोर्ट में जिरह के दौरान उनके वकील ने कहा कि केस मामला समझौते के योग्य और जमानती था. उनके खिलाफ फरवरी 2024 में सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की शिकायत दर्ज की गई थी.
जमानत मिलने के बाद क्या बोले बुद्धिराजा?
अपने एक सोशल मीडियो पोस्ट में बुद्धिराजा ने कहा, "तमाशाही शक्तियों को अदालत ने दे दिया जवाब. अब करनाल की जनता करेगी इनके अत्याचारों का हिसाब." अपने एक दूसरे सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा, "हम साथ मिलकर करनाल के सम्मान का रण लड़ेंगे. हम साथ मिलकर करनाल विरोधी ताक़तों को परास्त करेंगे."
कौन हैं दिव्यांशु बुद्धिराजा?
दिव्यांशु बुद्धिराजा हरियाणा यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. वो साल 2017 से 2021 के बीच हरियाणा एनएसयूआई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. 2014-2015 के दौरान पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस स्टूडेंट काउंसिल के अध्यक्ष रहे. कांग्रेस ने युवा चेहरे पर भरोसा जताते हुए उनके दिग्गज बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ मैदान में उतारा.
हरियाणा में कब हैं लोकसभा के चुनाव?
हरियाणा में लोकसभा की 10 सीटें हैं. यहां सभी सीटों पर एक ही चरण में 25 मई को वोटिंग होगी. नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे.
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