Punjab Politics: 'AAP नेताओं को गांव में घुसने न दें', सुखबीर सिंह बादल की अपील से पंजाब में सियासी बवाल
Farmers Protest: बाढ़ से हुए फसलों के नुकसान का मुआवजा ना मिलने को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसान कई जिलों में धरने पर बैठे हुए है. जिसको लेकर सीएम मान अब विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है.
Punjab News: पंजाब में बाढ़ से हुए नुकसान के मुआवजे को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है, जिसको लेकर अब पंजाब में राजनीति भी शुरू हो गई है. भगवंत मान सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई है. शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर आप सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि शिरोमणि अकाली दल पंजाब के किसानों के लिए उचित मुआवजे की मांग करने वाले किसान संगठनों को पूरा समर्थन देता है. मैं किसानों और खेतिहर मजदूरों से आग्रह करता हूं कि ऐसा न होने दें.
‘आप नेताओं को गांवों में ना घुसने दें’
आम आदमी पार्टी की पंजाब सरकार जब तक उन्हें बाढ़ के दौरान हुए नुकसान का पूरा मुआवजा ना दें तब तक वो उनके नेताओं को गांवों में ना घुसने दें. धान की दोबारा रोपाई करने वाले किसानों को पूरा मुआवजा देने से इनकार करने के लिए गिरदावरी की प्रक्रिया में जानबूझकर देरी की जा रही है। सीएम भगवंत मान फोटो खिंचवाकर किसानों को धोखा दे रहा है क्योंकि लिफाफे पर छपी मुआवजा राशि चेक पर अंकित राशि से अलग है.
Shiromani Akali Dal extends full support to the Kisan orgs seeking fair compensation for farmers of Punjab. I urge farmers & farm labourers to not let @AAPPunjab leaders enter their villages till they don't get full and final compensation for the losses sustained during floods.… pic.twitter.com/En6elAce0R
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) August 22, 2023 [/tw]
‘गरीबों को बेवकूफ बनाया’
अकाली अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने एक और ट्वीट में लिखा कि सीएम भगवंत मान और आप विधायक चौतरफा लूट में डूबे हुए हैं. वे अवैध खनन को निजी सोने की खदान मान रहे हैं. धन संचय के लिए आधिकारिक संरक्षण का उपयोग करते हुए, रिश्वत संपत्तियों के स्थानांतरण-पोस्टिंग और अवैध बिक्री खरीद का फैसला करती है. 300 यूनिट मुफ्त बिजली आपूर्ति का मिथक भी उजागर हो गया है. उन्होंने नियमितीकरण पर 12,700 शिक्षकों को, 1000 रुपये प्रति माह पर महिलाओं को, मुआवजे पर किसानों को और आटा-दाल कार्ड हटाने पर गरीबों को बेवकूफ बनाया.
‘क्या इसके लिए पंजाबियों ने वोट दिया था’
बादल ने ट्वीट में आगे लिखा कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है और पेंशन व शगुन योजना बंद है. बादल साहब द्वारा शुरू किए गए सभी कल्याणकारी योजना जैसे गरीबों को मुफ्त घर, मुफ्त बर्तन, मुफ्त चूल्हा-सिलेंडर, छात्राओं को मुफ्त साइकिल, मुफ्त जिम, मुफ्त तीर्थ यात्रा, सेवा केंद्र और सुविधा केंद्र, सभी बंद कर दिए गए हैं. क्या ये वहीं बदलाव है जिसके लिए पंजाबियों ने वोट दिया था?
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