Punjab News: पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने डॉ. राजीव सूद को फरीदकोट की बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज (BFUHS) का मंगलवार को कुलपति नियुक्त किया. बीएफयूएचएस के कुलपति का पद पिछले साल अगस्त में डॉ राज बहादुर के इस्तीफे के बाद से खाली पड़ा था. बहादुर ने मंत्री चेतन सिंह जौरामाजरा के हाथों 'अपमानित' होने के बाद त्याग पत्र दे दिया था.
3 साल के लिए हुई डॉ. राजीव सूद की नियुक्ति
पूर्व कुलपति ने आरोप लगाया था कि उन्हें राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने एक अस्पताल में गंदे गद्दे पर लेटने के लिए मजबूर किया है. वहीं अब कुलपति बने डॉ. राजीव सूद साढ़े पांच साल से दिल्ली में आरएमएल अस्पताल-परास्नातक आयुर्विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (PGIMER) के डीन हैं. यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि उन्हें तीन साल के लिए नियुक्त किया गया है और उनके कार्यकाल की अवधि पदभार ग्रहण करने की तारीख से शुरू होगी.
राष्ट्रपति के यूरो सलाहकार भी रहे है सूद
आपको बता दें कि डॉ. राजीव सूद को चिकित्सा पद्धति में 40 सालों को अनुभव है. इसके अलावा उन्हें विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहने का भी अनुभव है. सूद के पास एमसीएच में 26 और प्रोफेसर के तौर पर 12 वर्ष का शिक्षण अनुभव है. वे 10 सालों तक यूरो सलाहकार के रूप में संसद से भी जुड़े रहे है, वहीं सूद 5 सालों तक राष्ट्रपति के यूरो सलाहकार भी रहे है.
सूद के कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र हुए प्रकाशित
डॉ. राजीव सूद के पास 50 से ज्यादा अनुसंधान परियोजनाएं है. इसके अलावा 1 हजार से ज्यादा थीसिस और परियोजनाओं का पर्यवेक्षण उन्होंने किया है. डॉ. सूद के कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय शोध पत्र हुए प्रकाशित हो चुके है. 2017 में सूद को डॉ. बीसी रॉय नेशनल अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है. यह सम्मान चिकित्सा क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित सम्मान है.