Haryana: हरियाणा में सियासी उठापटक के बीच दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी को दोहरा झटका लग सकता है. बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद जेजेपी के कई विधायक नाराज बताए जा रहे हैं. दुष्यंत चौटाला की पार्टी में टूट की संभावना बढ़ गई है. सूत्रों के मुताबिक जेजेपी की बैठक में उनके तीन विधायक नहीं पहुंचे हैं. जानकारी के मुताबिक विधायक देवेंद्र बबली, राम निवास और राम कुमार गौतम जेजेपी की बैठक में शामिल नहीं हुए.


ऐसा माना जा रहा है कि बैठक से गायब रहने वाले इन विधायकों का जेजेपी का साथ छोड़ना तय है. हरियाणा में सियासी हलचल के बीच दिल्ली में जेजेपी विधायको की बैठक हो रही है. फ़ार्म हाउस में बैठक के लिए जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह पहुंचे हैं. इसके अलावा दुष्यंत सिंह चौटाला, नयना चौटाला, अजय सिंह चौटाला बैठक में मौजूद हैं.


क्यों टूटा बीजेपी-जेजेपी गठबंधन?


हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट गया है. सूत्रों के मुताबिक हरियाणा के लोकसभा चुनाव में दुष्यंत चौटाला की तरफ से 2 सीटों की मांग की जा रही थी. बताया जा रहा है कि बीजेपी आला नेतृत्व 1 सीट देने की बात मानने को तैयार था लेकिन दुष्यंत चौटाला 2 सीट को लेकर अड़े थे. कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रदेश नेतृत्व सभी 10 सीटों पर लड़ना चाहती थी. प्रदेश बीजेपी का इसके पीछे तर्क है कि हरियाणा में मौजूदा वक्त में सभी सीटों पर उसके सांसद हैं इसलिए सभी सीटों पर उनकी ही पार्टी चुनाव लड़ेगी.


मनोहर लाल खट्टर का इस्तीफा


हरियाणा में बीजेपी और जेजेपी के बीच लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद उभरने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार (12 मार्च) को मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दे दिया. तकनीकी रूप से जेजेपी भी हरियाणा की खट्टर सरकार में शामिल थी इसलिए मंत्रिमंडल भंग करके अब नई सरकार का गठन किया जाना है. हरियाणा में JJP अपनी ओर से अलायंस तोड़ती, उससे पहले ही मनोहर लाल खट्टर ने कैबिनेट भंग करने का फैसला लिया. अब नई सरकार में जेजेपी को साइड कर दिया जाएगा.


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