हरियाणा के सिरसा में भूकंप के झटके, कितनी थी तीव्रता?
Sirsa Earthquake: राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि हरियाणा के सिरसा में भूकंप के यह झटके शाम 6.10 बजे महसूस किए गए और इसका केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था.
Haryana Earthquake News: हरियाणा के सिरसा में भूकंप के झटके महसूस किए गए. इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 दो मापी गई है. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी सेंटर के मुताबिक, गुरुवार (25 अप्रैल) शाम छह बजकर 10 मिनट पर भूंकप के झटके आए. न्यूज एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा के सिरसा जिले और उसके आसपास के इलाकों में गुरुवार शाम को भूकंप के हल्के झटके महसूस किये गये.
फिलहाल भूकंप की वजह से किसी तरह के नुकसान की कोई जानकारी नहीं है. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने कहा कि भूकंप के यह झटके शाम 6.10 बजे महसूस किए गए और इसका केंद्र सतह से 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था.
इससे पहले, हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में इसी साल 4 अप्रैल को 5.3 तीव्रता के भूकंप के कारण उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में तेज झटके महसूस किए गए थे. यहां भी भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर मापी गई थी. भूकंप के झटके चंबा के साथ लगते इलाकों में भी महसूस किए गए थे. भूकंप की वजह से लोगों के बीच भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी. लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों से बाहर निकल पड़े थे. हालांकि इस दौरान किसी तरह के जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ.
भूकंप आने का क्या है कारण?
धरती की सतह के नीचे हमेशा उथल-पुथल मची रहती है. पृथ्वी के आंतरिक हिस्से में मौजूद प्लेट लगातार आपस में टकराती रहती है या दूर खिसकती है. इस ऊर्जा की वजह से भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. यानी प्लेटों के टकराने की वजह से भूकंप आते हैं.
भूकंप के हिसाब से भारत को कितने जोन में बांटा गया?
भारत को 4 भूकंपीय जोन में बांटा गया है. भूकंपीय जोन-2, जोन-3, जोन-4 और जोन-5 में बांटा गया है. जिस क्षेत्र में भूकंप आने या उससे नुकसान की संभावना अधिक होती है, उस क्षेत्र को सिस्मिक जोन कहते हैं. सिस्मिक जोन-5 वाले इलाकों में भूकंप से सबसे अधिक खतरा होता है. वहीं, जोन 2 वाले इलाकों में भूकंप से खतरा बेहद ही कम माना जाता है.
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