(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Earthquake: पंजाब के तरन तारन में भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर इतनी रही तीव्रता
Earthquake in Punjab: नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, 26 फरवरी की बात 9 बजकर 23 मिनट पर तरन तारन इलाके में भूकंप आया. इसकी तीव्रता 3.8 मापी गई.
Punjab Earthquake: पंजाब के तरन तारन में 26 फरवरी को भूकंप के झटके महसूस किए गए. तरन तारन रीजन में केंद्र था. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.8 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी दी कि 26 फरवरी की रात नौ बजकर 23 मिनट पर भूकंप जिसका रीजन तरन तारन दर्ज किया गया. इसकी गहराई 40 किलोमीटर मापी गई. इससे पहले 11 जनवरी को पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इसका केंद्र अफगानिस्तान में था.
फरवरी में कहां-कहां आया भूकंप?
गुजरात के कच्छ क्षेत्र में 1 फरवरी को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. लोग घबराकर घरों से निकलकर गए. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई थी. भूकंप सुबह 8:06 बजे आया। भूकंप की गहराई 15 किलोमीटर दर्ज की गई थी. भूकंप से किसी नुकसान या जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ.
Earthquake of Magnitude:3.8, Occurred on 26-02-2024, 21:23:42 IST, Lat: 31.22 & Long: 74.62, Depth: 40 Km ,Region: Tarn Taran,Punjab for more information Download the BhooKamp App https://t.co/PqYO0DFOHa@KirenRijiju @Dr_Mishra1966 @Ravi_MoES @ndmaindia @Indiametdept @moesgoi pic.twitter.com/KUmpdPte4m
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) February 26, 2024
लद्दाख क्षेत्र में 19 फऱवरी को रिक्टर पैमाने पर 5.2 तीव्रता का भूकंप आया था. रात 9.35 बजे रिक्टर पैमाने पर 5.2 तीव्रता का भूकंप आया था. यह धरती के अंदर 10 किलोमीटर की गहराई पर हुआ था और भूकंप का केंद्र लद्दाख क्षेत्र में था.
भूकंप से पहले क्या करें
अपने घर को भूकंप प्रतिरोधी बनाने हेतु स्ट्रक्चरल इंजीनियर से परामर्श करें;
दीवारों और छतों की दरारों की मरम्मत कराएं;
खुले टांड़ दीवार से मज़बूती से बांधे और भारी सामान निचली टांड़ों पर रखें;
आपातकालीन किट तैयार रखें;
अपने परिवार के साथ एक निजी आपातकालीन योजना तैयार करें;
'झुको-ढको-पकड़ो' की तकनीक सीखें.
भूकंप के दौरान
घबराएं नहीं, शांत रहें;
टेबल के नीचे जाएं, एक हाथ से अपने सिर को ढकें और भूकंप के झटके समाप्त होने तक टेबल को पकड़े रहें;
झटके समाप्त होते ही फौरन बाहर निकलें - लिफ्ट का इस्तेमाल न करें;
बाहर आने के बाद इमारतों, पेड़ों, दीवारों और खंभों से दूर रहें;
अगर आप गाड़ी के अंदर हैं तो गाड़ी रोककर झटके समाप्त होने तक अंदर ही रहें, पुल इत्यादि पर जाने से बचें.
भूकंप के बाद
क्षतिग्रस्त इमारतों में न जाएं;
अगर मलबे में फंस गए हों:
माचिस न जलाएं;
अपने मुंह को कपड़े से ढकें;
दीवार या नल पर खटखटाएं और
आवाज़ करें;
सीटी बजाएं;
कोई अन्य उपाय न होने पर ही चिल्लाएं.
सीढ़ियों का प्रयोग करें. लिफ्ट या एलिवेटर का इस्तेमाल न करें.