Punjab News: चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है. चुनाव आयोग (Election Commission) का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने गलत आरोप लगाए हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के आरोप तथ्यात्मक रूप से गलत हैं. इससे पहले आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग पर एक पार्टी के लिए नियमों में बदलाव करने का आरोप लगाया.


आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग पर बीजेपी के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था. आम आदमी पार्टी का कहना था कि चुनाव आयोग अपने नियमों में बदलाव कर एक नये राजनीतिक दल का पंजीकरण करने जा रहा है.


निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने कहा कि यह कहना 'तथ्यात्मक रूप से गलत' होगा. चुनाव आयोग ने कहा कि राजनीतिक दलों के पंजीकरण के लिए दिशानिर्देशों में सार्वजनिक नोटिस की अवधि को पहले कभी चार सप्ताह से घटा कर एक सप्ताह नहीं किया गया.


चुनाव आयोग पहले भी कर चुका है ऐसे बदलाव


चुनाव आयोग ने कहा कि इस तरह के बदलाब पहले भी किए जा चुके हैं. अधिकारी ने कहा, ''ऐसा पहले भी कई चुनावों से पूर्व किया गया है. ऐसा 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान भी किया गया था और 15 मार्च, 2019 को जारी प्रेस नोट के जरिए इसकी घोषणा की गई थी. 2020 में बिहार चुनाव से पहले भी ऐसा किया गया था.''


आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने पंजाब में आप को विधानसभा चुनाव में जीतने और सरकार बनाने से रोकने के लिए यह हथकंडा अपनाया है. आम आदमी पार्टी का आरोप था कि चुनाव आयोग ने रजिस्ट्रेशन की सीमा को चार हफ्ते से घटाकर एक हफ्ता कर दिया है.


Punjab Election: आम आदमी पार्टी का चुनाव आयोग पर लगाए आरोप, नई पार्टी के रजिस्ट्रेशन वास्ते बदले जा रहे हैं नियम