चुनाव आयोग की बेवसाइट के मुताबिक पंजाब में आम आदमी पार्टी ने रूझानों में बहुमत हासिल कर ली है. आयोग के साइट पर 115 सीटों के रूझान मिल रहे हैं. वहां आम आदमी पार्टी ने 86, बसपा ने 1, बीजेपी ने 3, निर्दलीय 1, कांग्रेस ने 16 और शिरोमणि अकाली दल 8 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं. पंजाब में विधानसभा की 117 सीटें हैं. वहां बहुमत के लिए 59 सीटों पर जीत दर्ज करना जरूरी होता है.
कौन सी पार्टी किसके साथ लड़ रही थी चुनाव
इस बार के चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा था. वहीं शिरोमणी अकाली दल ने बसपा और बीजेपी ने पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) से गठबंधन किया था. पंजाब लोक कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा की पार्टी है.
कांग्रेस ने चुनाव से पहले 6 महीने पहले अपना मुख्यमंत्री बदल दिया था. कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया था. वो दलित समाज से आते हैं. दलित पंजाब का सबसे बड़ा वोट बैंक है. दलित वोटों के लिए कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बनाया था. लेकिन लगता है कि उसका यह प्रयोग सफल होता नहीं दिख रहा है. मतदाताओं ने उसे नकार दिया है.
आम आदमी पार्टी पंजाब विधानसभा का चुनाव दूसरी बार चुनाव लड़ रही है. पिछले बार के चुनाव में आप को 20 सीटें मिली थीं. आम आदमी पार्टी सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है.