Electoral Bond: कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनी ने BJP को करोड़ों का चंदा क्यों दिया? दीपेंद्र हुड्डा ने खड़े किए सवाल
Electoral Bond Data: दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कोविशील्ड वैक्सीन बनाने वाली कंपनी की ओर से बीजेपी को करोड़ों रुपये का चंदा दिए जाने पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यह समझ से परे है.
Electoral Bonds: कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि आखिर कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी ने महामारी के समय बीजेपी को करोड़ों का चंदा क्यों दिया? यह एक गंभीर विषय है क्योंकि कोविड के समय हर इंसान अपने सामर्थ से अधिक इंसानियत के लिए कुछ करने का प्रयास कर रहा था. ऐसे में सबसे धन संपन्न पार्टी बीजेपी का वैक्सीन वालों से चंदा लेना समझ से परे है.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा पहले भी बीजेपी को मिले चंदे को लेकर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि जब नारा दिया गया था कि काला धन लाएंगे, 15-15 लाख सब के बांटे आएंगे- तब यह नहीं बताया गया था कि असली नारा है कि काले धन वाली कंपनियों से चंदा बीजेपी में दिलवाएंगे, सब के नहीं तो कम से कम बीजेपी के बांटे अरबों आएंगे.
आख़िर COVID वैक्सीन कोविशील्ड बनाने वाली कंपनी ने महामारी के समय भाजपा को करोड़ों का चंदा क्यों दिया? यह एक गंभीर विषय हैं।
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) March 20, 2024
क्योंकि covid के समय हर इंसान अपने सामर्थ से अधिक इंसानियत के लिए कुछ करने का प्रयास कर रहा था। ऐसे में सबसे धन संपन्न पार्टी भाजपा का वैक्सीन वालों से चंदा…
कांग्रेस सांसद ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अब इस संगठित भ्रष्टाचार की परतें खुल रही हैं. किसी कंपनी पर ईडी की रेड हुई तो चंदा दिया, किसी को बड़ा सरकारी ठेका मिला तो चंदा दिया तो किसी लॉटरी/जुआ वाली कंपनी ने चंदा दिया.
चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड का डाटा वेबसाइट पर किया था साझा
बता दें कि 14 मार्च 2024 को चुनाव आयोग ने इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक किया था. इसमें दिया गया है कि किस किस पार्टी को कितने रुपये का चंदा मिला और किस किस कंपनी ने कितने बॉन्ड खरीदे. इस वेबसाइट के मुताबिक 12 अप्रैल 2019 से 11 जनवरी 2024 तक बीजेपी को 6,060 करोड़ रुपये चंदा मिला. इसके अलावा कांग्रेस और AAP को 5 साल में 1,421.86 करोड़ रुपये और 65.45 करोड़ रुपये मिले.