Haryana News: गौतम बौद्ध नगर की एक अदालत ने यूट्यूबर सिद्धार्थ यादव उर्फ एल्विश यादव को ड्रग्स मामले में 6 दिन बाद शुक्रवार को जमानत दे दी. आज एल्विश यादव को हरियाणा के गुरुग्राम की एक अदालत की हिरासत में सौंप दिया जाएगा. क्योंकि एल्विश यादव को कंटेंट क्रिएटर सागर ठाकुर उर्फ मैक्सटर्न से मारपीट के मामले में कोर्ट में पेश किया जाना है. गुड़गांव अदालत में सुनवाई 27 मार्च को होनी है. आपको बता दें कि नोएडा पुलिस द्वारा एल्विश यादव को पार्टियों में मनोरंजक दवा के रूप में सांप के जहर के संदिग्ध उपयोग की जांच के संबंध में गिरफ्तार किया था.


अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट जयहिंद कुमार सिंह ने एल्विश यादव के 2 सहयोगियों ईश्वर और विनय यादव को भी जमानत दी है. वकील प्रशांत राठी के अनुसार, अदालत ने एलविश यादव को 50,000 रुपए की दो जमानत राशि पर जमानत दी है.


गुरुग्राम अदालत फैसला करेगी अभी रिहाई होगी या नहीं?
आपको बता दें कि रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विश यादव पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं जेल अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह ने कहा अदालत से एल्विश यादव की जमानत का आदेश जेल अधिकारियों को मिल गया है. शनिवार को लुक्सर जेल के अधिकारी उनके गृह नगर गुरुग्राम ले जाएंगे. उन्हें रिहा किया जाए या जेल में रखा जाए, इसका फैसला गुरुग्राम अदालत करेगी.


5 सपेरो समेत एल्विश के खिलाफ दर्ज करवाया था मामला
एल्विश यादव का नाम उन छह लोगों में शामिल था. जिनके खिलाफ पिछले साल 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर 49 के पुलिस स्टेशन में पशु अधिकार एनजीओ पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) के एक प्रतिनिधि ने एफआईआर दर्ज करवाई. इस मामले में 5 सपेरों को नवंबर में गिरफ्तार किया गया था. फिलहाल वो जमानत पर है.


इनके खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और आईपीसी की धारा 120 बी (आपराधिक साजिश), 284 (जहर से संबंधित लापरवाहीपूर्ण आचरण) के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था. जो मानव सुरक्षा को खतरे में डालता है) और 289 (जानवरों के संबंध में लापरवाहीपूर्ण आचरण). पुलिस ने कहा कि एनडीपीएस अधिनियम के तहत आरोप भी एफआईआर में जोड़े गए हैं. 


बैंक्वेट हॉल से सांपों के साथ पकड़े गए थे सपेरे 
पांच सपेरों को पिछले 3 नवंबर को नोएडा सेक्टर 51 के एक बैंक्वेट हॉल से गिरफ्तार किया गया था. 5 कोबरा समेत नौ सांपों को उनके कब्जे से बचाया गया, जबकि 20 मिलीलीटर संदिग्ध सांप का जहर भी जब्त किया गया था. हालांकि, पुलिस ने कहा था कि एल्विश यादव उस समय बैंक्वेट हॉल में मौजूद नहीं थे. एल्विश यादव के खिलाफ कथित तौर पर मामले में शामिल की भूमिका की जांच की जा रही थी.


पीएफए अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी नेता मेनका गांधी ने एल्विश यादव पर अवैध रूप से सांप का जहर बेचने में शामिल होने का आरोप लगाया था. पिछले साल 4 नवंबर को एल्विश यादव को राजस्थान के कोटा में पुलिस ने पूछताछ के लिए कुछ देर के लिए रोका था. तब वो अपने दोस्तों के साथ कार से कही जा रहे थे बाद में उन्हें छोड़ दिया गया था.


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