Emergency Movie Controversy News: बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को लेकर पंजाब में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है. शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है. इसको लेकर उन्होंने पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है. एसजीपीसी की तरफ से इमरजेंसी फिल्म के निर्माताओं पर कथित तौर पर सिख समुदाय के चरित्र और इतिहास को गलत तरीके से पेश करने का आरोप लगाते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भी भेजा गया है.
बता दें कि 14 अगस्त को पूर्व प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित फिल्म इमरजेंसी का ट्रेलर सोशल मीडिया पर रिलीज किया गया था. इसके बाद से ही फिल्म का विरोध किया जा रहा है. कंगना रनौत की ओर से लिखित, निर्देशित और निर्मित इस फिल्म को 6 सितंबर को रिलीज किए जाने की उम्मीद है.
‘फिल्म सिख समुदाय के प्रति नफरत को बढ़ावा देगी’
हाईकोर्ट में दायर की याचिका में सिखों की तरफ से कहा गया है कि फिल्म के ट्रेलर में गलत ऐतहासिक तथ्यों को दर्शाया गया है. जिससे स्पष्ट हो रहा है कि फिल्म सिख समुदाय के प्रति नफरत को बढ़ावा देगी. फिल्म के जरिए पंजाब से सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करने का प्रयास किया गया है. वहीं ट्रेलर में यह भी दिखाया गया है कि सिख समुदाय के लोगों ने धार्मिक भेदभाव की वजह से एक बस को रोककर उसमें सवार हिंदू समुदाय के लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग भी की. याचिका में आरोप लगाया गया है कि बिना किसी ऐतिहासिक आधार पर सिख समुदाय और उनके धार्मिक संस्थानों को बदनाम करने की नौटंकी रची गई है. सिखों के चरित्र को जानबूझकर गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है.
कंगना रनौत के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग
याचिकाकर्त्ता की तरफ से केंद्र और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड को सार्वजनिक डोमेन में रिलीज के लिए जारी किए गए प्रमाणपत्र को रद्द करने की मांग भी गई है. इसके साथ पंजाब के डीजीपी को कंगना रनौत और फिल्म से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने की भी मांग की गई है.
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