Punjab News: पंजाब में शिक्षकों की ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजने पर राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित (Banwarilal Purohit) की ओर से सवाल उठाने का मामला शांत होता नजर नहीं आ रहा है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के बाद अब आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने राज्यपाल के क्रियाकलाप पर सवाल उठाए हैं. भारद्वाज ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार गैर भाजपा शासित राज्यों की सरकारों के काम में राज्यपालों के जरिए अड़ंगे डालकर काम को रोकने का प्रयास करती है. अब पंजाब (Punjab) में भी यही देखने को मिल रहा है. 


राज्यपाल से की मोहब्बत बांटने की अपील


इसके साथ ही आप नेता सौरभ भारद्वाज ने राज्यपाल से नफरत छोड़कर प्यार बांटने की अपील की. अपने हाथ में रखे गुलाब के फूल को दिखाते हुए कहा कि हम आपको ये फूल देकर संदेश देना चाहते हैं कि नफरत नहीं, मोहब्बत फैलाइए. इसके बाद उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजना गलत है. किसी को नियुक्त करना है और किस को नहीं, यह राज्य सरकार का अधिकार है. उन्होंने आरोप लगाया कि पहले केंद्र सरकार उपराज्यपाल के जरिए दिल्ली की चुनी हुई सरकार को रोकने का काम कर रही थी, अब यही काम पंजाब में भी शुरू कर दी है.  दरअसल, इस वक्त आम आदमी पार्टी (AAP) की दिल्ली और पंजाब समेत दो राज्यों में सरकारें हैं. दिल्ली में जहां एलजी वीके सक्सेना के साथ केजरीवाल सरकार की तकरार चल रही है. वहीं, अब पंजाब में भगवंत मान और राज्यपाल पुरोहित के बीच भी तकरार शुरू हो गई है. 


सीएम भगवंत मान ने दी थी तीखी प्रतिक्रिया


 राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित की चिट्ठी पर सीएम भगवंत मान ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने दो टूक अंदाज में कहा था कि वे पंजाब की जनता के प्रति जवाबदेह हैं, राज्यपाल के प्रति नहीं. इसके अलावा पंजाब विधानसभा में बोलते हुए सीएम भगवंत मान ने बिना गवर्नर का नाम लिए उनको अपना निशाना बनाते हुए कहा कि  'सिलेक्टेड' लोग 'इलेक्टेड' सरकार के कामकाज में टांग न अड़ाएं. इसके साथ ही उन्होंने आगे यहां तक कहा कि 'सिलेक्टेड' लोग इलेक्टेंड सरकार को कानूनी धमकियां देने की भूल न करें. वहीं, राज्यपाल की चिट्ठी के जवाब में मुख्यमंत्री मान ने पत्र लिखकर उनकी योग्यता पूछी है. उन्होंने कहा है कि आखिर किस योग्यता के आधार पर कोई राज्यपाल नियुक्त किया जाता है. 


इसलिए छिड़ा विवाद


दरअसल, पंजाब सरकार की ओर से टीचरों को ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर भेजने पर राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने पंजाब सरकार से सोमवार को पूछा था कि टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए विदेश क्यों भेजा गया था. इसके साथ ही राज्यपाल ने सरकार से 15 दिन के भीतर जवाब देने के लिए कहा था. इसके अलावा राज्यपाल की ओर से यह भी कहा गया कि अगर वक्त पर इस मामले में जवाब नहीं दिया गया तो कानूनी सलाह ली जाएगी.


ये भी पढ़ेंः Punjab News: फिर से होगी नायब तहसीलदारों की भर्ती! नौकरी दिए बिना ही सरकार ने कमाए थे 23.40 करोड़