Faridabad Latest News: हरियाणा में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव आचार संहिता लागू है. यही वजह है कि नियमानुसार हर बार की तरह इस बार भी प्रशासनिक टीमें राजनीतिक पार्टियों के बैनर और पोस्टर हटाने के काम में जुटी हैं. इसे चुनाव के दौरान एक रुटीन प्रक्रिया माना जाता है, लेकिन इस बार हरियाणा के फरीदाबाद में सड़कों, फ्लाईओवर और मेट्रो पीलरों पर लगे बीजेपी और कांग्रेस के पोस्टर एवं बैनर पर नेताओं के चेहरों पर कालिख पोती हुई मिली हैं.
यह मामला प्रकाश में आने के बाद से सुर्खियों में है. मीडिया में ये खबर आने के बाद से चुनाव और प्रशासनिक अमलों के जुड़े अफसर सकते में है. सकते में इसलिए कि चुनाव आचार संहिता पर अमल के नाम पर नेताओं के पोस्टरों को कालिख से पोतना हैरान करने वाला माना जा रहा है.
देश के शीर्ष नेताओं को पोस्ट भी शामिल
दरअसल, फरीदाबाद के मेट्रो पिलर, फ्लाईओवर व सड़कों के साथ भवनों की दीवारों और अन्य जगहों पर लगे राजनीतिक दलों के बैनर और पोस्टरों पर छपे राजनेताओं के चेहरों पर कालिख पोती गई हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि इन पोस्टरों में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया, भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा के अलावा लोकल नेताओं के पोस्टरों भी शामिल हैं.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इस बात का अभी खुलासा नहीं हुआ कि पोस्टरों पर कालिख किसने पोती है. यह हरकत किस अधिकारी के आदेश पर की गई. इस बात की जानकारी देने के लिए कोई तैयार नहीं है. इस मामले को लेकर राजनीतिक दलों में के नेताओं के गहरी नाराजगी भी है. सियासी दलों के नेताओं के इसे अधिकारियों की मनमानी और नैतिक दृष्टि से गलत कृत्य करार दिया है.
किसने क्या कहा?
'कालिख पोतना गैर कानूनी कार्य'
बीजेपी विधायक नरेंद्र गुप्ता और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बिजेंद्र नेहरा ने इस मसले पर कहा कि आचार संहिता के तहत बैनर-पोस्टर हटाए और ढके जाते हैं, लेकिन कालिख पोतना अनुचित और गैरकानूनी है. इस मसले पर हम लोग अधिकारियों से बात करेंगे.
इस मामले की होगी जांच
हरियाणा कांग्रेस के पूर्व विधायक ललित नागर और सुमित गौड़ ने कहा कि यह हरकत अफसरों की मनमानी का प्रतीक है. वहीं, आचार संहिता के नोडल अधिकारी डॉ. गौरव अंतिल ने कहा कि इसकी जांच कराई जाएगी.
'हटाए जा रहे कालिख पुते पोस्टर्स'
सियासी दलों द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेने के बाद कालिख पुते नेताओं के बैनर और पोस्टर हटाए जा रहे हैं. जहां से ऐसे पोस्टर और बैनर्स को हटाना मुश्किल है, वहां पर बैनर को सफेदी से पोते जा रहे हैं.