Punjab News: फरीदपुर में 2015 का कोटकपुरा गोलीकांड, एसआईटी ने जनता से मांगी घटना की जानकारी
ADGP Seeks Public Opinion: 12 अक्तूबर 2015 को फरीदकोट में श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की बेअदबी के बाद सिख संगठनों ने कोटकपूरा व बहिबलकलां में प्रदर्शन दिए थे. पुलिस ने बल प्रयोग से खत्म करवाया था.
Faridkot Firing: साल 2015 में पंजाब के फरीदकोट में हुए कोटकपुरा (Kotakpura) गोलीकांड (Firing) की जांच अंतिम चरण में पहुंच चुकी है. इसके साथ ही मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (SIT) के प्रमुख अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) एलके यादव (LK Yadav) ने रविवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति, जिसके पास कोई अतिरिक्त और प्रासंगिक जानकारी है, जिसका मामले पर असर हो सकता है. उन्होंने बताया है कि वह यहां उनके कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से मिल कर इसे साझा कर सकता है. एडीजीपी इस काम के लिए तीन गुरुवार यानी 16 मार्च, 23 मार्च और 30 मार्च को पुलिस मुख्यालय सेक्टर 9-सी में अपने कार्यालय में उपलब्ध रहेंगे.
एडीजीपी ने जारी किया व्हाट्सएप नंबर
एडीजीपी एलके यादव ने कहा कि लोग उनके व्हाट्सएप नंबर 9875983237 पर संदेश भेजकर या आईडी पर ईमेल करके भी जानकारी साझा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस स्तर पर भी किसी व्यक्ति द्वारा प्रदान की गई कोई भी इनपुट या जानकारी एसआईटी के लिए जांच की कानूनी प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करने में मददगार साबित हो सकती है.
एडीजीपी ने पंजाब के लोगों का जताया आभार
एडीजीपी ने एसआईटी को सौंपी गई जिम्मेदारी के निर्वहन में सहयोग के लिए पंजाब के लोगों का भी आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि 14 अक्टूबर, 2015 को कोटकपुरा फायरिंग मामले से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया को पूरा करने में पंजाब के हर एक व्यक्ति की चेतना की शक्ति एक प्रमुख प्रेरक रही है.
हाईकोर्ट ने बनाई थी एसआईटी
पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश पर, राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए तीन वरिष्ठ अधिकारियों, एडीजीपी यादव, आईजीपी राकेश अग्रवाल और एसएसपी, मोगा, गुलनीत सिंह खुराना की एक एसआईटी गठित की थी. एसआईटी ने 24 फरवरी को अपना पहला चालान कोर्ट में पेश किया था.
जानिए, क्या है मामला
दरअसल 12 अक्तूबर 2015 को फरीदकोट के बरगाड़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी की घटना के बाद सिख संगठनों ने कोटकपूरा व बहिबलकलां में प्रदर्शन शुरू कर दिए थे. 14 अक्तूबर को कोटकपूरा व बहिबलकलां में चल रहे प्रदर्शनों को पुलिस ने बल प्रयोग से खत्म करवाया था. बहिबलकलां में पुलिस की फायरिंग में दो सिख युवकों की मौत हो गई थी. इधर, कोटकपुरा गोलीकांड में करीब 100 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे. इस मामले में 7 अगस्त, 2018 को पुलिस ने अज्ञात लोगों पर इरादा-ए-कत्ल का केस दर्ज किया था.
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