Farm Laws Repeal: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने एलान किया कि आंदोलन में मौत का निवाला बने किसानों की याद में एक मेमोरीयल बनेगा. उनके परिवार के एक सदस्य को पंजाब सरकार नौकरी देगी. तीनों नए कृषि कानून निरस्त करने के फैसले पर सीएम चन्नी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी को ये पहले समझ आ जाना चाहिए था कृषि क़ानून फिर भी लटकाए गये. यूपी में हार को देखते हुए सैंकड़ों किसानों की मौत के बाद टोल प्लाज़ा बंद होने के बाद अब कहा कि कानून वापस लेते हैं. सीएम ने मांग की कि एमएसपी की गारंटी भी चाहिए. किसानों का विश्वास टूट चुका है इसलिए MSP को भी प्रधानमंत्री अनिवार्य बनाएं.
चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि अभी घोषणा हुई है, जब तक संसद में क़ानून रद्द नहीं होते तब तक हम देखेंगे. केंद्र सरकार को पीछे हटना पड़ा. उन्होंने किसान संगठनों और लोकतांत्रिक प्रणाली को आंदोलन के लिए शाबाशी दी. सीएम ने कहा कि बीजेपी को अकाली दल ने कंधा दिया तभी क़ानून पास हुए. जब किसानों ने अकाली दल अध्यक्ष का घर में घुसना बंद किया तब मोदी सरकार से उन्हें अलग होना पड़ा. अब दोबारा अकाली दल और बीजेपी के साथ आने की बू आने लगी है.
वहीं, पंजाब उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि पीएम मोदी की सरकार आज तक कहती रही कि तीनों कृषि कानूनों किसानों के लिए अच्छा है, अगर ये बहुत ही अच्छा था तो ये कानून आज क्यों वापस लिया गया? पहले उन्हें इसका जवाब देना चाहिए. क्या ये चुनाव की वजह से वापस लिया गया है? या और कोई मज़बूरी है?
Farm Laws Repeal: कृषि कानून रद्द होने के बाद अब आप नेता भगवंत मान ने पूछ दिया ये सवाल