Punjab Election 2022: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चले किसान आंदोलन (Farmer Protest) के अहम नेताओं में से एक रहे गुरनाम सिंह चढूनी ने राजनीति में दोबारा आने का फैसला किया है. गुरनाम सिंह चढूनी (Gurnam Singh Chaduni) 18 दिसंबर को अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने का एलान करेंगे. गुरनाम सिंह चढूनी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक उनकी पार्टी पंजाब विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाते हुए नज़र आएगी.


किसान आंदोलन समाप्त होने के बाद ही गुरनाम सिंह चढूनी ने साफ कर दिया था कि वह अपना मिशन पंजाब जारी रहेंगे. गुरनाम सिंह चढूनी की ओर से चंडीगढ़ में 18 दिसंबर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ही गुरनाम सिंह चढूनी अपनी नई राजनीतिक पार्टी से पर्दा हटाएंगे.


पिछले कई महीनों से गुरनाम सिंह चढूनी मिशन पंजाब के तहत पंजाब के खेती किसानी के अलावा दूसरे मुद्दों पर भी आवाज उठा रहे हैं. गुरनाम सिंह चढूनी का मानना है कि राजनीतिक में बदलाव करने के लिए सिर्फ आंदोलन करने से काम नहीं चलेगा. गुरनाम सिंह चढूनी अपने इसी एजेंडे के तहत पंजाब विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाते हुए नज़र आएंगे.


गुरनाम सिंह चढूनी के चुनाव लड़ने की संभावना कम


गुरनाम सिंह चढूनी की राजनीतिक पार्टी के बारे में अभी ज्यादा जानकारी सामने नहीं आई है. गुरनाम सिंह चढूनी की पार्टी का चेहरा कौन होगा इस पर भी स्थिति साफ नहीं है. गुरनाम सिंह चढूनी के भी पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना कम है क्योंकि वह हरियाणा से आते हैं और उनके पास पंजाब में 6 महीने पुराना स्थाई पता नहीं है.


गुरनाम सिंह चढूनी पहले भी राजनीतिक पार्टियों से जुड़े रहे हैं. गुरनाम सिंह चढूनी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से टिकट की दावेदारी पेश की थी. लेकिन एक मुकदमें की वजह से आम आदमी पार्टी ने गुरनाम सिंह चढूनी की बजाए उनकी पत्नी को टिकट दिया. 


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