Farmer Leaders on Kangana Ranaut: अक्सर अपने बयानों से चर्चाओं में रहने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल की मंडी सीट से बीजेपी सांसद कंगना रनौत एक बार फिर चर्चाओं में आ गई है. दरअसल, उन्होंने केंद्र सरकार से निरस्त किए गए कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की मांग की है. साथ ही कहा कि किसानों को खुद ये कानून लागू करने की मांग करनी चाहिए. कंगना के बयान की किसान संगठनों ने अलोचना की है. उन्होंने इसे कंगना की सुर्खियों में बने रहने की रणनीति बताया.


कंगना के बयान पर क्या बोले किसान संगठन? 
संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय समन्वय समिति के सदस्य दर्शन पाल ने कहा कि कंगना किसानों को भड़काने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह उनकी फिल्म रिलीज होने वाली है इसलिए अपनी तरफ ध्यान आकर्षित करने के लिए वे ऐसा कर रही है. किसान आंदोलन के दौरान उनके संघर्ष के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है और न ही वो कृषि कानून के दुष्प्रभावों को समझती है. बीजेपी को उनके बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए.


वहीं, बीकेयू डकौंडा के महासचिव जगमोहन सिंह डकौंडा ने कहा कि भारत के कृषि मंत्री को कंगना के बयान पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. अगर उसे (कंगना) खेती-बाड़ी के बारे में थोड़ी सी जानकारी होती तो वो ये टिप्पणी नहीं करती. उन्होंने किसानों को भड़काने का काम किया है. जब पीएम मोदी खुद कृषि कानूनों को निरस्त कर चुके है तो वो कौन क्यों कह रही है कि कृषि कानूनों को फिर से लागू करने की आवश्यकता है. जैसे हम उनकी फिल्मों पर टिप्पणी नहीं करते उन्हें भी कृषि पर चुप रहना चाहिए. वो कोई कृषि विशेषज्ञ नहीं है. 


कृषि कानून पर क्या था कंगना रनौत का बयान? 
वहीं कंगना रनौत ने तीन कृषि कानूनों की तुलना एक राष्ट्र एक चुनाव से भी की. उन्होंने कहा कि किसान हमारे देश का एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. जिस तरह एक राष्ट्र एक चुनाव से नौकरशाहों और सरकारी कर्मचारियों को फायदा होगा क्योंकि उन्हें अक्सर चुनावी ड्यूटी पर जाना पड़ता है. वैसी ही किसानों को भी कृषि कानूनों के वापसी की मांग करने चाहिए. किसान संगठनों ने कंगना के बयान की आलोचना की है. उन्होंने इसे कंगना की सुर्खियों में बने रहने की रणनीति बताया. 


बता दें कि केंद्र की बीजेपी ने नवंबर 2021 में किसानों के आंदोलन को देखते हुए कृषि कानूनों को वापस ले लिया था. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानून वापसी का ऐलान किया था. हिमाचल के मंडी जिले के ख्योड़ में जिला स्तरीय नलवाड़ मेले के समापन समारोह में कंगना रनौत ने हिस्सा लिया था. यहां उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान 3 कृषि कानूनों को लेकर बयान दिया.


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