Punjab News: पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. पंजाब के किसान संगठन 23 दिसंबर को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (Charanjit Singh Channi) से बाकी बची मांगों को लेकर मुलाकात करने वाले हैं. पंजाब के किसान संगठनों ने 23 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में बाकी बची मांगों को लेकर सहमति नहीं बनने की स्थिति में आंदोलन तेज करने के संकेत दिए हैं.
पंजाब के सभी जिला सचिवालयों के बाहर चल रहे धरने की अगुवाई भारतीय किसान यूनियन (उगराहां) की ओर से की जा रही है. बीकेयू (उगराहां) ने 20 दिसंबर से जिला सचिवालयों के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू किए हैं. बीकेयू उगराहां ने अपने प्रदर्शनों को 24 दिसंबर तक चलाने का फैसला किया है. बीकेयू उगराहां के मुखिया जोगिंद्र सिंह उगराहां का कहना है कि वह 24 दिसंबर के बाद आंदोलन को लेकर अपनी आगे की रणनीति बताएंगे.
दिल्ली से वापसी के बाद ही पंजाब के किसान संगठनों ने साफ कर दिया था कि वह राज्य सरकार के खिलाफ केस वापसी और आंदोलन में जान गंवाने लोगों के परिजनों के मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन करेंगे. इसके अलावा पंजाब के किसान संगठनों की ओर से कांग्रेस सरकार पर 2017 के विधानसभा चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने के लिए दबाव भी बनाया जा रहा है.
कर्ज माफी का मुद्दा भी उठाया जाएगा
बीकेयू उगराहां के मुखिया जोगिंदर सिंह उगराहां ने पंजाब सरकार पर विधानसभा चुनाव तक किसानों के मुद्दों को टालने का आरोप लगाया है. जोगिंदर सिंह उगराहां का कहना है कि पंजाब सरकार इसलिए देरी कर रही क्योंकि उसे पता है जल्द ही राज्य में आचार संहिता लगने वाली है.
पंजाब के किसान संगठन 23 दिसंबर को सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ होने वाली मीटिंग में कर्ज माफी का मुद्दा भी उठाएंगे.