Farmer Protest: किसान आंदोलन का समापन होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता पंजाब के दौरे पर हैं. संयुक्त किसान मोर्चा के नेता अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मत्था टेकने आए और इस दौरान रास्ते में विभिन्न स्थानों पर उनका जोरदार स्वागत किया गया. किसान नेताओं (Farm Leaders) के स्वर्ण मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंचने पर राजनीतिक संगठनों और एनजीओ ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश की.
स्वर्ण मंदिर पहुंचने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं को सम्मानित किया.संयुक्त किसान मोर्चा 40 किसान संगठनों का समूहिक मंच है जिसने किसान आंदोलन का नेतृत्व किया. किसान नेताओं को एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने सम्मानित किया.
इससे पहले धामी ने स्वर्ण मंदिर के बाहर चौक पर बलबीर सिंह राजेवाल और राकेश टिकैत सहित किसान नेताओं का स्वागत किया. इस मौके पर जिन अन्य किसान नेताओं को सम्मानित किया गया उनमें गुरनाम सिंह चढूनी, दर्शन पाल, यदुवीर सिंह, कुलवंत सिंह संधू, परगट सिंह, बूटा सिंह बुर्जगिल, रुलदु सिंह मनसा और हरमीत सिंह कादियां शामिल थे.
11 दिसंबर को किसान आंदोलन के समापन की घोषणा करने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम नेता सिंघु बॉर्डर से पंजाब के लिए निकले थे. पहले हरियाणा और फिर पंजाब के अलग-अलग स्थानों पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का जोरदार स्वागत किया गया.
बता दें कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन की शुरुआत सबसे पहले पंजाब से हुई थी. पंजाब और हरियाणा के किसानों ने करीब एक साल तक केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन जारी रखा और अपनी मांगों को मनवाकर आंदोलन को समाप्त करने का एलान किया.
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