Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में अगले कुछ दिनों में तेजी देखने को मिलेगी. 26 नवंबर को किसान आंदोलन (Farmer Protest) का एक साल पूरा होने जा रहा है. किसानों की मांगों को लेकर किसानों का एक जत्था अमृतसर के ब्यास से दिल्ली के लिए रवाना हुआ. किसानों की मांग है कि तीन कृषि कानून संसद में रद्द हों और एमएसपी पर कानून बनाया जाए. 


रवाना होने से पहले किसानों ने स्चखण्ड श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेका और वाहेगुरु के आगे अरदास की. किसानों ने दावा किया है कि अमृतसर से यह 35वां जत्था रवाना हुआ है. किसानों का कहना है कि 5 दिसम्बर को 36 वां जत्था अमृतसर होगा रवाना. यह जत्था दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर पहुंचेगा. 


जत्थे में शामिल किसानों ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा कृषि कानून को रद्द करने की बात कही गयी है लेकिन इन्हें पहले संसद में रद्द किया जाना चाहिए. इसके साथ ही किसानों ने एमएसपी पर कानून की मांग को भी दोहराया. किसानों ने दावा किया कि एमएसपी पर कानून की मांग को लेकर लगातार किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं.


आंदोलन जारी रहेगा


किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहा संयुक्त किसान मोर्चा पहले ही साफ कर चुका है कि आंदोलन अभी जारी रहेगा. किसान आंदोलन का एक साल पूरा होने के मौके पर पंजाब के लगभग सभी इलाकों से किसानों का दिल्ली की ओर कूच करना जारी है.


संयुक्त किसान मोर्चा ने अपने कार्यक्रमों में भी कोई बदलाव नहीं किया है. संयुक्त किसान मोर्चा ने जानकारी दी है कि 27 नवंबर को सिंघु बॉर्डर पर होने वाली बैठक में कई अहम फैसले लिए जा सकते हैं.


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