Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले बिल के संसद में पास होने के बावजूद किसान आंदोलन के जारी रहने की संभावना है. आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी की मांग ज्यादा पुरानी है. गुरनाम सिंह चढूनी ने साफ कर दिया है कि किसानों की सभी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा.
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि किसानों की तीन मांगों को अभी स्वीकारा नहीं गया है. गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा, ''सरकार ने अब तक किसानों की तीन और मांगों पर बात नहीं की है. एमएसपी गारंटी, किसानों पर दर्ज एफआईआर और आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा.''
गुरनाम सिंह चढूनी ने साफ किया है कि एमएसपी की मांग तीन कृषि कानूनों से ज्यादा पुरानी है. किसान नेता ने कहा, ''तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई 2020 में शुरू हुई. लेकिन एमएसपी की लड़ाई तो हम सालों से लड़ रहे हैं. हमारी लड़ाई एमएसपी के लिए जारी रहेगी. एमएसपी का मतलब है कि हमें हमारी फसलों का सही दाम मिले.''
पीएम मोदी को लिखा गया है लेटर
बता दें कि ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले बिल के संसद में पास होने के बाद किसान आंदोलन खत्म हो सकता है. संयुक्त किसान मोर्चा ने हालांकि कहा है कि वह जल्द ही आंदोलन को लेकर बड़ा फैसला करेंगे.
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से पीएम मोदी को एक लेटर भी लिखा गया है. इस लेटर में एसकेएम ने अपनी बाकी तीनों मांगों को उठाया है. एसकेएम ने पीएम मोदी को लेटर का जवाब देने के लिए 1 दिसंबर तक का वक्त दिया है.
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