Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों को लेकर बीते 11 महीने से किसान आंदोलन चल रहा है. 26 नवंबर को किसान आंदोलन का एक साल पूरा होने जा रहा है. आंदोलन की अगुवाई कर रहे नेता एक साल पूरा होने के मद्देनज़र कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. इस संबंध में हरियाणा के 10 बड़े किसान संगठनों के बीच सोमवार को बैठक हुई. हालांकि इस बैठक में नेताओं के बीच आम सहमति नहीं बनी. अब आंदोलन को लेकर 18 नवंबर को कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.


हरियाणा के किसान नेताओं की ओर से 18 नवंबर को बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में आंदोलन की जीत के लिए दिल्ली कूच, संसद घेराव या आरपार की लड़ाई का बड़ा फैसला लिया जा सकता है. सोमवार को इसी संबंध में किसान नेताओं के बीच काफी लंबी बैठक चली है.


एसकेएम भी साफ कर सकता है स्थिति 


18 नवंबर को बैठक करनाल या किसी और जिले में बुलाई जा सकती है. सोमवार को हुई बैठक में आंदोलन में ज्यादा किसान संगठनों की भागीदारी पर जोर दिया गया. इस बैठक में हरियाणा के बड़े किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी भी शामिल रहे.


इससे पहले आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान हर दिन 500 किसानों को दिल्ली भेजने का फैसला लिया है. संयुक्त किसान मोर्चा हालांकि आंदोलन का एक साल पूरा होने पर कुछ और फैसले भी ले सकता है. 20 नवंबर से पहले संयुक्त किसान मोर्चा के सभी कार्यकर्मों को लेकर स्थिति साफ होने की संभावना है.


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