Farmer Protest: बीते एक साल से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है. दिवाली के बाद किसान अपने आंदोलन को और तेज करने जा रहे हैं. किसान नेता गुरमान सिंह चढूनी ने एलान किया है कि 7 नवंबर को आंदोलन को तेज करने के लिए अहम फैसला लिया जाएगा.
पिछले कई महीने से आंदोलन से जुड़े लोग किसान नेताओं पर कोई बड़ा कदम उठाने के दबाव बना रहे हैं. गुरनाम सिंह ने कहा, ''हमें फोन आ रहे हैं कि अब कोई कड़ा कदम उठाया जाए. हमें कहा जा रहा है कि आंदोलन जो है वो बहुत लंबा हो गया है. एक तारीख को हुई मीटिंग में हरियाणा के सभी संगठनों की बैठक बुलाने का फैसला हुआ है.''
गुरनाम सिंह ने आगे कहा, ''वो मीटिंग 7 तारीख को सर छोटू राम किसान धाम जसिया रोहतक में हरियाणा के आंदोलन में शामिल संगठन और टोल समिति के प्रतिनिधि की जरूरी मीटिंग रखी गई है. सभी साथी सुबह 10 बजे पहुंचें.''
क्या किसान आंदोलन होगा तेज?
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा है कि 7 नवंबर को हम आंदोलन को आगे बढ़ाने पर रणनीति बनाएंगे. गुरनाम सिंह की ओर साफ संकेत दिए गए हैं कि आंदोलन को तेज करने के लिए यह मीटिंग बेहद अहम साबित होने वाली है.
बता दें कि लखीमपुर हिंसा पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने जो स्टैंड लिया था उस पर आंदोलन से जुड़े हुए किसानों ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं. पिछले एक महीने से ही किसान नेता आंदोलन से जुड़े हुए किसानों के निशाने पर हैं.
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