Farmer Protest: किसान नेताओं ने सिंघु बॉर्डर पर बुलाई मीटिंग, 9 नवंबर को होगा अहम फैसला
Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर किसान नेताओं ने अहम मीटिंग बुलाई है. 9 नवंबर को आंदोलन को लेकर निर्णायक फैसला हो सकता है.
Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में जल्द ही तेजी देखने को मिल सकती है. किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से 9 नवंबर को अहम फैसला लेने के संकेत मिले हैं. इससे पहले किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने भी आंदोलन के तेज होने का दावा किया.
संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति को लेकर बैठक बुलाई गई है. संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा है कि 9 नवंबर को दोपहर दो बजे सिंघु बॉर्डर पर बेहद ही अहम बैठक बुलाई गई है.
दरअसल, लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद से ही आंदोलन की अगुवाई कर रहे नेताओं पर दबाव बढ़ रहा है. आंदोलन में शामिल किसानों की मांग है कि एसकेएम को कोई बड़ा फैसला लेना चाहिए जिससे आंदोलन निर्णायक मोड़ पर पहुंच सके.
किसान नेताओं पर बढ़ रहा दबाव
हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने लोगों के दबाव की बात को स्वीकार भी किया. उन्होंने कहा, ''किसान भाई कह रहे हैं कि आंदोलन को आगे बढ़ाने पर कुछ अहम फैसले होने चाहिए. आने वाले दिनों में हमने आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए बैठकें बुलाने का फैसला किया है. 7 नवंबर को आंदोलन में शामिल हरियाणा के सभी किसान सगंठन रोहतक जिले में होने वाली बैठक में हिस्सा लेंगे.''
बता दें कि पिछले एक साल से केंद्र सरकार के द्वारा पास किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है.
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