भिवानी: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) के 11 महीने पूरे हो चुके हैं. हरियाणा (Haryana) की सियासत में किसान आंदोलन बेहद बड़ा मुद्दा बना हुआ है. हरियाणा के कई स्थानों पर कृषि कानूनों के विरोध में धरने चल रहे हैं. मुंढाल गांव में धरने को संबोधित करते संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने कहा कि तीन कृषि कानूनों के लागू होने के बाद गरीबों की रोटी पर भी पूंजीपतियों का कब्जा हो जाएगा.
टिकैत ने तीन कृषि कानूनों को बढ़ती हुई महंगाई के साथ भी जोड़ा है. टिकैत ने कहा, ''अगर ये तीन कृषि कानून कायम रहे तो देश में महंगाई इतनी बढ़ जाएगी कि गरीब व्यक्ति अपने बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा और चिकित्सा तक का प्रबंध तक नहीं कर पाएगा.''
अजय मिश्रा पर जमकर बरसे राकेश टिकैत
किसान नेता ने इस सभा के दौरान लखीमपुर हिंसा के आरोपी आशीष मिश्रा पर भी जमकर बरसे. राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ने भडकाऊ बयान देकर अपने बेटे आशीष मिश्रा से किसानों को गाड़ी से कुचलवाया और अब इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होने दे रहे.
राकेश टिकैत ने लखीमपुर की घटना में न्याय की मांग को एक बार फिर से दोहराया. उन्होंने कहा, ''लखीमपुर खीरी में हुए किसान हत्याकांड मामले मं सभी दोषियों को गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए.''
बता दें कि राकेश टिकैत इन दिनों हरियाणा के दौरे पर हैं. इससे एक दिन पहले राकेश टिकैत ऐलनाबाद उपचुनाव में बीजेपी-जेजेपी का विरोध करने पहुंचे थे. राकेश टिकैत ने इस चुनाव में इनेलो उम्मीदवार अभय चौटाला को समर्थन देने के संकेत दिए.
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