Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन का पंजाब की सियासत में असर साफ देखा जा रहा है. अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. किसानों के विरोध को देखते हुए शिरोमणी अकाली दल ने अपनी चुनावी रणनीति को बदला है. अकाली दल अब लोगों को अपनी तरफ लाने के लिए नया तरीका अपनाएगी. 


अकाली दल के अध्यक्ष और सांसद सुखबीर सिंह बादल सिर्फ शहरी इलाकों में पब्लिक मीटिंग कर रहे हैं. भटिंडा से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने भी यही तरीका अपनाया है और वह शहरी वोटर्स को साधने में लगी हैं. अंग्रेजी अखबार द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल हालांकि अपने बादल गांव में डेरा जमाए हुए हैं. 


सुखबीर सिंह बादल ने हिंदू वोटर्स को भी अपने पाले में लाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. सुखबीर सिंह बादल को हिंदुओं के धार्मिक स्थलों पर मत्था टेकते हुए देखा जा सकता है. सुखबीर बादल ने हाल ही में हिमाचल के एक मंदिर की यात्रा की है. इतना ही नहीं सुखबीर बादल जल्द ही राजस्थान में सलासर धाम की यात्रा करने भी जाएंगे. 


ग्रामीण इलाकों में जाने से बच रहे हैं नेता


शिरोमणि अकाली दल की तरह ही बीजेपी के नेता अनील जोशी और एनके शर्मा भी ग्रामीण इलाकों में जाने से बच रहे हैं. इन दोनों नेताओं ने अपने विधानसभा क्षेत्रों में शहरी वोटर्स को ही साधने की रणनीति बनाई है.


वहीं सुखबीर सिंह बादल ने पिछले कुछ दिनों में अमृतसर, लुधियाना, जैसे बड़े शहरों के दौरे किए हैं. वहीं हरसिमरत कौर ने भी मोगा, फरीदकोट, लुधियाना और अमृतसर का दौरा किया.


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