Farmer Protest: केंद्र सरकार के बनाए तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ बीते 11 महीने से टिकरी बॉर्डर और सिंघु बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है. 26 नवंबर को आंदोलन का एक साल पूरा होने जा रहा है. एक साल पूरा होने के मौके पर किसानों ने आंदोलन (Farmer Protest) को तेज करने का फैसला किया है. सामने आई जानकारी के मुताबिक 26 नवंबर को टिकरी बॉर्डर पर भारी तादाद में किसान ट्रैक्टर लेकर पहुंच सकते हैं.


पिछले हफ्ते आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने आंदोलन को तेज करने का आह्वान किया था. इसी सिलसिले में हरियाणा के कई जिलों में किसानों के बीच मीटिंग का सिलसिला शुरू हो गया है. फतेहाबाद से किसानों का बड़ा दल अपने ट्रैक्टरों के साथ 26 नवंबर को टिकरी बॉर्डर पर पहुंच सकता है. 


रतिया  भारतीय किसान यूनियन की ओर से किसान आंदोलन को लेकर एक मीटिंग बुलाई गई थी. मीटिंग में प्रधान जरनैल सिंह मल्लवाला ने बताया कि आंदोलन का एक साल पूरा होने पर फतेहाबाद से किसानों को लेकर ट्रैक्टरों का एक बड़ा काफिला टिकरी बार्डर के लिए रवाना किया जाएगा. 


किसान आंदोलन होगा तेज


फतेहाबाद के किसानों ने इस संबंध में पूरा प्लान तैयार कर लिया है. 18 नवंबर से आंदोलन के नेता किसानों से मिलने का सिलसिला शुरू करेंगे और भारी संख्या में किसानों से बॉर्डर पर पहुंचने की अपील की जाएगी. 


भारतीय किसान यूनियन का मानना है कि अब बुआई का काम लगभग पूरा हो चुका है और किसानों से आंदोलन को तवज्जों देने को कहा जाएगा. आंदोलन की शुरुआत में भी हरियाणा के फतेहाबाद जिले से हजारों की तादाद में किसान ट्रैक्टर लेकर दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर पहुंचे थे.


Punjab News: अकाली दल ने किसानों को साधने की कोशिश की, किया गया बड़ा चुनावी वादा