Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 11 महीनों से किसानों का आंदोलन चल रहा है. 26 नवंबर को आंदोलन का एक साल पूरा होने जा रहा है और किसानों ने आंदोलन को तेज करने का प्लान तैयार कर लिया है. आंदोलन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की ओर से एक साल पूरा होने को लेकर खास प्लान बनाने के लिए हरियाणा के जींद में बैठक का आयोजन किया गया. 


संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन को मजबूत करने और विस्तार देने के लिए प्रदेशभर में पैदल, साइकिल, मोटरसाइकिल, ट्रैक्टर एवं अन्य वाहनों से यात्रा निकालने का निर्णय किया है. मोर्चा के एक पदाधिकारी ने बताया कि सम्मेलन में गांव स्तर पर संयुक्त मोर्चा की कमेटियों का गठन करने पर फैसला लिया गया है.


किसान नेता ने बताया कि इस दौरान 19 नवंबर को हांसी एसपी कार्यालय के बाहर ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने का आह्वान किया गया. इसके अलावा 24 नवंबर को छोटूराम जयंती किसान-मजदूर संघर्ष दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया गया .


इन मांगों के बिना खत्म नहीं होगा आंदोलन


किसान नेताओं ने बताया कि 26 नवंबर को सभी बॉर्डरों पर संख्या बढ़ाने तथा 29 नवंबर को 500 किसानों के जत्थे के संसद कूच करने का निर्णय भी लिया गया. इस सम्मेलन में विभिन्न किसान संगठनों के 20 से ज्यादा प्रतिनिधियों के अलावा काफी संख्या में किसानों ने भाग लिया.


किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द करने को लेकर आंदोलन चला रहे हैं. जींद में हुई बैठक में साफ कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून रद्द नहीं होते और सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी नहीं देती तब तक किसी भी सूरत में आंदोलन खत्म नहीं होगा.


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