Farmers Protest: एमएसपी और अन्य मांगों को लेकर किसानों का प्रदर्शन बुधवार को नौवें दिन भी जारी है. इसी बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि हमारा इरादा किसी तरह की अराजकता पैदा करने का नहीं है. हमने 7 नवंबर से दिल्ली पहुंचने का कार्यक्रम बनाया है. अगर सरकार कहती है कि उन्हें पर्याप्त समय नहीं मिला तो इसका मतलब है कि सरकार हमें नजरअंदाज करने की कोशिश कर रही है. ये ठीक नहीं है कि हमें रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेड लगाए गए हैं. 


‘सरकार टाल-मटोल की नीति अपना रही है’
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने आगे कहा कि हम शांति से दिल्ली जाना चाहते हैं. सरकार बैरिकेड हटाकर हमें अंदर आने दे, नहीं तो हमारी मांगें पूरी करें. अगर वे एक हाथ बढ़ाएंगे तो हम भी सहयोग करेंगे. लेकिन सरकार टाल-मटोल की नीति अपना रही है. सरकार को टाल-मटोल ना करते हुए किसान-मजदूर के पक्ष में फैसला लेना चाहिए. देश के किसान ने देश को सेल्फ डिपेंड बनाया है, दिन-रात मेहनत की है सात लाख के करीब किसान अब तक आत्महत्या कर चुके हैं. लेकिन, ऐसे हालात में भी सरकार किसान से बात करने की बजाय ऐसा प्रबंध करें.


‘सरकार दिल्ली जाने की अनुमति दें’
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा किसानों को रोकने के लिए इतने बड़े-बड़े बैरिकेट लगाए तो ये उचित बात नहीं होती. हम शांतिपूर्ण ढंग से दिल्ली जाना चाहते हैं सरकार हमें खुद बैरिकेट हटवाते हुए दिल्ली जाने की अनुमति दें. दिल्ली में बैठने की व्यवस्था बना दें. हमें कोई दिक्कत नहीं है अगर सरकार ये सरकार नहीं करना चाह रही तो हमारी मांगें मान लें. 


युवाओं से अपील- 'नियंत्रण न खोएं’
किसान नेता ने कहा, "देश के प्रधानमंत्री और सरकार दिल्ली में बैठकर बड़े-बड़े फैसले लेती है वो आज अपने किसानों के लिए एक बयान तक नहीं दे सकती क्या कि हम किसानों की फसलों की गारंटी का कानून बनाते हैं तो किसान भी शांत रहे. हम शांत हैं. किसानों को शांत करने की किसी को जरूरत नहीं है. किसान पहले से पूरी तरह शांत हैं वो अगर एक हाथ आगे बढ़ाएंगे तो किसान दो हाथ आगे बढ़ेगा. हमें धैर्य के साथ स्थिति को संभालना होगा. मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे नियंत्रण न खोएं."


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