Farmers Protest: खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान की मौत को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है.जिसको लेकर बीजेपी सरकार पर सवाल खड़े किए जा रहे है. इसी कड़ी में श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि खनौरी बॉर्डर पर किसानों पर पुलिस द्वारा की गई सीधी फायरिंग में एक पंजाबी युवक की मौत और कई अन्य के गंभीर रूप से घायल होने की घटना अत्यंत दुखद है.
जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह ने आगे कहा कि ये किसान देश के अन्नदाता हैं ना कि शत्रु देश से आये घुसपैठिए, जिन पर सरकार सीधी गोलियां चलवा रही है, उनके सीने और सिर को छलनी कर रही है. उन्हें दिल्ली जाने और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध करने से रोकने के लिए सरकार द्वारा अपनाई गई रणनीति जलियांवाला बाग में ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों के साथ किए जुल्म से कम नहीं है.
हमारे देश के लोगों का नारा रहा है, 'जय जवान जय किसान', क्योंकि जवान देश की सीमाओं की रक्षा करता है और किसान खेतों में अनाज उगाकर देश का पेट भरता है. लेकिन कितने दुख की बात है कि आज हमारे जवान सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं और दुश्मन की गोलियां खा रहे हैं और किसानों को उनकी ही सरकार द्वारा अपना अधिकार मांगने पर उनके देश की ही पुलिस द्वारा गोली मारी जा रही है, जो एक लोकतांत्रिक देश के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. ऐसा अलोकतांत्रिक व्यवहार देश के भविष्य के लिए अच्छा नहीं है.
विपक्षी दलों ने भी साधा निशाना
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी एक्स पर पोस्ट युवा किसान की मौत पर सरकार को घेरा है. उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि किसानों पर जिस तरह से कार्रवाई की जा रही है वह बेहद निंदनीय है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम भगवंत मान से हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ पंजाब के पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करने की मांग की.
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