सरकार के साथ किसानों की कुछ मुद्दों पर बनी समहति, मंगलवार सुबह 10 बजे तक का दिया अल्टीमेटम
Delhi Farmers Protest Highlights: चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसानों की बैठक एक तरह से बेनतीजा रही. किसान मंगलवार को दिल्ली की तरफ कूच करेंगे. हालांकि, कुछ मुद्दों पर समहति बनी है.
चंडीगढ़ में किसानों की सरकार के साथ बैठक खत्म हो गई है. किसान नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि उनके मन पर खोट है. उन्होंने कहा कि हम कल दिल्ली की ओर आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि जो सरकार का प्रपोजल था वह वहीं की वहीं बात खड़ी. वो बात वहीं हैं जहां 8 तारीख को थी. हमें उसपर चर्चा करना जरूरी है. सरकार इसी तरीके से जिद्दी रवैया अख्तियार करती है तो हमारा दिल्ली कूच जारी रहेगा. हमने सरकार का भाव देख लिया है. हमें नहीं लगता कि हमारी मांग को लेकर सरकार सीरीयस है. हम किसी किस्म का टकराव नहीं चाहते. सरकार किसी मुद्दे का हल दे. सरकार के मन में खोट है. सरकार हमें कुछ नहीं देना चाहती. जो प्रस्ताव हमें सरकार ने दिया हम उसपर चर्चा करेंगे. किसानों ने सरकार को मंगलवार 10 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है.
किसानों और केंद्रीय मंत्रियों की मीटिंग में ये फैसला हुआ है कि लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को मुआवजा मिलेगा. इस पर सहमति बन गई है. बिजली अधिनियम 2020 रद्द करने पर सहमति बनी है. इसके साथ ही किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज सभी मामले वापस होंगे.
झज्जर पुलिस ने दिल्ली जाने वालों के लिए एडवाइजरी की जारी. रोहतक-झज्जर से दिल्ली जाने वालों को वाया फरुखनगर ,गुरुग्राम होकर दिल्ली जाना पड़ेगा. टिकरी बॉर्डर से दिल्ली जाने वाली सड़क पूरी तरह से बंद हो सकती है. बहादुरगढ़ के सेक्टर 9 मोड़ के पास हरियाणा पुलिस ने थ्री लेयर बैरिकेडिंग की. टिकरी बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने भी पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं. धारा 144 भी झज्जर में लागू हुई. पैरामिलेट्री की दो कंपनी और झज्जर पुलिस की 9 कंपनी सुरक्षा के लिए तैयार है.
किसानों की विभिन्न मांगों और 13 फरवरी को उनकी ‘दिल्ली चलो’ योजना को लेकर किसान नेताओं की सोमवार को तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक से पहले हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने विश्वास जताया कि बातचीत से प्रमुख मुद्दों का समाधान निकल जाएगा. मार्च में शामिल होने के लिए पंजाब के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियां निकली हैं, जबकि पड़ोसी राज्य हरियाणा में, अधिकारियों ने कंक्रीट ब्लॉकों, लोहे की कीलों और कंटीले तारों का उपयोग करके कई स्थानों पर राज्य की सीमा को मजबूत कर दिया है.
दिल्ली में धारा 144 लागू किए जाने के बाद इन चीजों पर भी प्रतिंबध लगाए गए हैं.
- लोगों के इक्कठा होने पर रोक
- प्रदर्शन-रैली पर रोक
- बॉर्डर से ट्रेक्टर-ट्रॉली के प्रवेश पर रोक
- फायर आर्म्स, जवलनतशील प्रदार्थ, ईंट-पत्थर इक्कठा करने, पेट्रोल-सोडा बोतल इक्कठा करने पर पूरी तरह से रोक
- लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक
- धारा 144 का उलंघन करने वालो की तुरंत गिरफ्तारी के आदेश
किसानों को रोकने के लिए सड़कों पर सीमेंट के बैरिकेड लगाए गए हैं. साथ ही बड़े-बड़े लाउडस्पीकर और कैमरा लगाए जा रहे हैं. किसान संगठनों की ओर से दिल्ली कूच करने के इरादे के मद्देनजर ये एहतियातन तैयारियां बेहद जरूरी हैं. लेकिन, फिलहाल हाईवे खुला है , यातायात प्रभावित नहीं किया गया है. सर्विस रोड पर दिल्ली पुलिस के कई टेंट लगाए गए हैं , जिनमें आला अधिकारियों के आने का और दौरा करने का दौर शुरू हो गया है. महिला पुलिस बल, CRPF भी मौके पर मौजूद हैं, जिन्हे डेप्लॉयमेंट की ब्रीफिंग दी जा रही है.
दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली मार्च के आह्वान को देखते हुए पूरी दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी है. इसके साथ ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गिए हैं.
किसानों के आंदोलन पर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि किसान पूरे देश के लोगों को भोजन उपलब्ध कराते हैं और सरकार उनका बहुत सम्मान करती है. किसान उन चार जातियों में से हैं जिनके बारे में पीएम मोदी बात करते रहते हैं. सरकार उनके बारे में बहुत गंभीर है और केंद्रीय मंत्री भी उनसे मिल चुके हैं. मुझे विश्वास है बातचीत से मसला सुलझा लिया जाएगा.
दूसरे किसान आंदोलन के लिए किसानों ने फिर कमर कस ली है. किसान पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों से दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं. आंदोलन को 'चलो दिल्ली' मार्च नाम दिया गया है.किसानों के दिल्ली घेराव को रोकने के लिए हरियाणा और पंजाब से लगने वाले सिंघु बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस की एहतियातन तैयारियां देखने को मिल रही हैं, कटीले तार लगाए जाएंगे , टायर किलर भी तैयार हैं जिन्हें 13 फरवरी को इस्तेमाल किया जा सकता है.
13 फरवरी को प्रस्तावित 'दिल्ली चलो' मार्च से पहले अमृतसर से किसान रवाना हो रहे हैं. किसानों ने अपनी उपज के लिए एमएसपी की गारंटी देने वाले कानून की मांग के लिए 13 फरवरी को मार्च का आह्वान किया है, यह उन शर्तों में से एक है जो उन्होंने 2021 में अपना आंदोलन वापस लेने पर सहमति व्यक्त करते समय तय की थी.
दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने किसानों के दिल्ली मार्च के मद्देनजर रविवार को ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है. इनमें दिल्ली की तीन सीमाओं पर वाहनों की आवाजाही पर लगी पाबंदियों के बारे में अलर्ट किया गया है.एडवाइजरी में कहा गया है कि सिंघू बॉर्डर पर सोमवार से वाणिज्यिक वाहनों के लिए और मंगलवार से सभी प्रकार के वाहनों के लिए यातायात प्रतिबंध/मार्ग परिवर्तन लागू किया जाएगा. एडवाइजरी के मुताबिक, एनएच-44 के रास्ते सोनीपत, पानीपत, करनाल आदि की ओर जाने वाली अंतरराज्यीय बसें आईएसबीटी से मजनू का टीला, सिग्नेचर ब्रिज से खजूरी चौक, लोनी बॉर्डर से खेकड़ा होते हुए केएमपी तक जाएंगी.
पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा, "हम ब्यास से शुरू करेंगे और फतेहगढ़ साहिब में रुकेंगे. हमारी मांगें वही हैं- एमएसपी गारंटी कानून, गन्ने को C200 के साथ जोड़ा जाना चाहिए...जब किसान बदलेगा 60 साल के व्यक्ति को 10,000 रुपये प्रति माह दिए जाएं...यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारत के किसान को राष्ट्रविरोधी कहा जाता है. हम राष्ट्रविरोधी नहीं हैं, हम इस देश के नागरिक हैं...75 वर्षों से हमारी मांगें थीं नहीं सुना गया... हम शांति से आगे बढ़ेंगे और हमारा उद्देश्य है कि सरकार हमारी मांगों को सुने.''
किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली मार्च के आह्वान से पहले टिकरी बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है. इसके अलावा शंभू बॉर्डर सील कर दिया गया है.
किसानों के 13 फरवरी के दिल्ली मार्च के आह्वान से पहले हरियाणा के अंबाला में शंभू बॉर्डर सील कर दिया गया है. इसके अलावा सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं.
बैकग्राउंड
Delhi Chalo Protest: 13 फरवरी को किसानों का 'दिल्ली चलो' विरोध मार्च प्रस्तावित है. उससे पहले हरियाणा से लेकर दिल्ली की सीमाओं पर सख्ती बढ़ा दी गई है. अंबाला में शंभू बॉर्डर पर हाईवे पर कंक्रीट की बड़ी दीवार खड़ी कर दी गई. इसके साथ ही जींद और फतेहाबाद जिलों में भी पंजाब-हरियाणा सीमाओं को बंद कर बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. गाज़ीपुर और सिंघू बॉर्डर पर भी बैरिकेडिंग की गई है. वहीं हरियाणा के सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवाओं को 13 फरवरी को रात 11.59 बजे तक बंद कर दिया गया है.
हरियाणा पुलिस ने एक ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें लोगों को हरियाणा से पंजाब तक प्रमुख मार्गों पर संभावित यातायात गड़बड़ी के कारण 13 फरवरी को राज्य की मुख्य सड़कों पर अपनी यात्रा अनावश्यक यात्रा से बचने का सुझाव दिया गया है. आपको बता दें कि फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए कानून बनाने सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए 200 से अधिक किसान संघ 13 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी तक मार्च करेंगे.
उससे पहले रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के उत्तर-पूर्वी जिले में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. जिसमें पुलिस को प्रदर्शनकारियों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सभी प्रयास करने का निर्देश दिया गया. पुलिस उपायुक्त (उत्तरपूर्व) जॉय तिर्की द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है.किसी को भी कानून-व्यवस्था की स्थिति का उल्लंघन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
वहीं दिल्ली में हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगी सीमा पर 5,000 से अधिक जवानों की तैनाती की गई है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश की विभिन्न सीमाओं पर भी बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं. इसके साथ ही प्रदर्शनकारी किसानों को रोकने के लिए दंगा-रोधी ‘वज्र’ वाहन को भी तैनाती की गई है. घग्गर फ्लाईओवर पर सड़क के दोनों किनारों पर लोहे की चादरें लगाई गई हैं. घग्गर नदी के तल की खुदाई की गई है. जिससे प्रदर्शनकारी किसान इसे पैदल पार ना कर सके.
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