Punjab News: किसानों के मार्च का आज दूसरा दिन है. इस बीच अगली रणनीति को लेकर जालंधर में संयुक्त किसान मोर्चा (Samyukt Kisan Morcha) की बैठक चल रही है. इस बैठक से बाहर निकलकर जोगिंदर सिंह उग्रहा ने जानकारी दी कि केंद्र के रवैया के खिलाफ 'रेल रोको' (Rail Roko) का फैसला किया गया है. उग्रहा ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के साथ किए गए दुर्व्यवहार के कारण गुरुवार (15 फरवरी) को हमारे जत्थे-बंदी की ओर से 7 जगह पर दोपहर 12:00 से शाम 4:00 तक रेलो रोका जाएगा. भारतीय किसान यूनियन उग्रहा पंजाब का सबसे बड़ा किसान संगठन है.


दरअसल, शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) के जरिए हरियाणा में घुसने की कोशिश कर रहे पंजाब के किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे और पानी बौछारें की गई थीं, जबकि दूसरी तरफ दिल्ली-हरियाणा सिंघू बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर को पूरी तरह सील कर दिया गया है ताकि किसानों की दिल्ली में एंट्री न हो पाए. 


'दिल्ली चलो' मार्च का हिस्सा बनने के लिए राज्य के कई स्थानों से किसानों शंभू बॉर्डर पहुंच रहे हैं. एनएच पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर-ट्रॉलियां देखी जा सकती हैं. पंजाब के प्रदर्शनकारी किसान हरियाणा की सीमा पर बैरिकेड्स तोड़ने की योजना बना रहे हैं तो वहीं किसानों ने कहा कि वे दिल्ली की ओर मार्च करने के लिए दृढ़ हैं. कई युवा किसानों ने शंभू सीमा पर सीमेंट के ब्लॉकों को हटाने के लिए अपने ट्रैक्टरों को तैयार किया है.


आंसू गैस से बचने किसान कर रहे ये उपाय
किसानों ने आंसू गैस के गोले के प्रभाव को कम करने के लिए पानी के टैंकरों की भी व्यवस्था की है. किसानों को पानी की बोतलें और गीले कपड़े भी ले जाते हुए देखा गया. प्रदर्शनकारियों में से एक को शंभू सीमा पर सुरक्षा गियर पहने हुए भी देखा गया है. कई किसानों ने कहा कि मंगलवार को हरियाणा के पुलिसकर्मियों द्वारा छोड़े गए आंसू गैस के गोले के कारण उन्हें चोटें आईं और सांस लेने में  दिक्कत महसूस हो रही है. उधर, किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के लिए केंद्र की आलोचना की और साथ ही कहा कि कई किसान घायल हो गए हैं. हम सरकार से इसे रोकने और सकारात्मक माहौल बहाल करने की अपील करते हैं.


केंद्र से बातचीत के लिए हम तैयार- पंढेर
पंढेर ने कहा कि हम मंगलवार को भी बातचीत के लिए तैयार थे और आज भी तैयार हैं. उन्होंने कहा कि किसान पीएम मोदी से अपील करते हैं कि वह एमएसपी की गारंटी के लिए कानून बनाएं क्योंकि उनका दिल बहुत बड़ा है. पंढेर ने कहा कि न तो सरकार उनकी मांगें मान रही है और न ही उन्हें अपने मुद्दे रखने के लिए दिल्ली की ओर जाने दे रही है. पंढेर ने कहा कि अगर केंद्र से निमंत्रण मिला तो हम उसपर विचार करेंगे. वहीं, खबर है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शंभू बॉर्डर पर घायल हुए किसान के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली है.


ये भी पढ़ें- Farmers Protest: किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़ने पर भड़के गुरनाम सिंह चढूनी, कहा- ‘ये कोई विदेशी किसान नहीं है’