Punjab News: पंजाब से लगातार पराली जलाने की घटनाएं लगातार सामने आ रही है. किसान अपनी मनमानी पर उतरे हुए है. हद तो तब हो गई जब किसानों ने पराली ना जलाने का संदेश लेकर आए एक सरकारी अधिकारी को कथित तौर पर धान की पराली के ढेर में आग लगाने के लिए मजबूर किया. जिसका एक वीडियो भी सामने आया है. घटना की मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी निंदा की है. उन्होंने किसानों का वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा कि प्यारे पंजाबियों ये किस राह पर चल पड़े?
‘हाथों में तीलियां लेकर ऑक्सीजन खत्म करने में लगे हैं’
सीएम मान ने आगे लिखा कि सरकारी कर्मचारी पराली ना जलाने का संदेश लेकर गया पर उसी से आग लगवा दी. हवा को गुरु साहिब ने गुरु का दर्जा दिया. हम इस दर्जे को बर्बाद करने के लिए अपने हाथों में तीलियां लेकर अपने बच्चों के हिस्से की ऑक्सीजन को खत्म करने में लगे हैं. पर्चा दर्ज होने लगा है.
किसानों के खिलाफ मामला दर्ज
सरकारी अधिकारी से जबरदस्ती पराली में आग लगवाने के मामले में अब कुछ किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक सरकारी अधिकारी के काम में दखल देने के आरोप में उनपर मामला दर्ज किया गया है. बठिंडा के डीसी शौकत अहमद पारे ने मामले को लेकर कहा कि अधिकारी को अपना कर्तव्य निभाने से रोकने के लिए किसानों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के वास्ते वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को लिखा गया है.
क्या है पूरा मामला
मामला बीते शुक्रवार का है जब बठिंडा के मेहमा सरजा गांव में विशेष पर्यवेक्षक दल पराली जलाने की घटनाओं की जांच करने के लिए गया था. इस दारौन 50 से 60 किसानों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और खेत में ले गए. वहां अधिकारी को पराली के ढेर में आग लगाने के लिए मजबूर किया गया.
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