Jagjit Singh Dallebal News: किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallebal) पिछले 26 दिनों से शंभू बॉर्डर पर 'आमरण अनशन ' पर बैठे हैं. 19 दिसंबर को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई. ​उसके बाद से उनका मेडिकल ट्रीटमेंट जारी है. इसके बावजूद वे किसानों के मुद्दों पर सरकार से बातचीत करने की अपनी मांग पर अड़े हैं. इस बीच किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत बिगड़ने के बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है.


सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार और वहां के अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा है कि डल्लेवाल के स्वास्थ्य की पूरी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की है. शीर्ष अदालत ने पंजाब सरकार से सवाल भी पूछे हैं कि उन्हें नजदीकी या अस्थायी अस्पताल में क्यों नहीं भेजा गया?


सुप्रीम कोर्ट में पंजाब सरकार की पैरवी करते हुए वहां के अटॉर्नी जनरल (AG) ने कहा कि डल्लेवाल अब मेडिकल जांच में सहयोग कर रहे हैं. उनकी इलेक्‍ट्रोकॉर्डियोग्राफी (ईसीजी) रिपोर्ट नॉर्मल है. सभी पैरामीटर लिमिट में हैं. उनके हार्ट में कोई प्रॉब्लम नहीं है. 


बता दें कि गुरुवार (19 दिसंबर) को किसान नेता डल्लेवाल की दोपहर करीब 1 बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. उसके बाद वो बेहोश होकर गिर गए थे. उन्हें उल्‍टी भी हुई थी. गनीमत यह रही कि 10 मिनट बाद उन्‍हें होश आ गया. वह गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट की एक सुनवाई से ऑनलाइन जुड़े थे. उन्‍होंने कहा था कि उन्‍हें अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया. इसके बाद उन्‍होंने सुप्रीम कोर्ट के नाम खुला पत्र जारी किया था और अपनी सभी मुद्दों का जिक्र किया. 


बता दें कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्‍लेवाल उप राष्‍ट्रपति जगदीप धनखड़ और पीएम नरेंद्र मोदी को खुल पत्र लिखकर अपनी मांगों करने की मांग पहले ही कर चुके हैं. अपने पत्र में उन्होंने केंद्र और पंजाब सरकार से किए गए वादों का भी जिक्र किया है.


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