Farmers Protest Latest News: हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर करीब 5 महीने से किसान डेरा डाले हुए हैं. इसको लेकर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने बुधवार को दोनों राज्यों के सरकार को एक हफ्ते के भीतर शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दिए हैं. हाई कोर्ट के आदेश पर तमाम राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है. इसी कड़ी में पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की भी प्रतिक्रिया आई है. 


अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मैं शंभू बॉर्डर से पंजाब और हरियाणा सरकार को बैरिकेड हटाने के आदेश को लेकर हाई कोर्ट की सराहना करता हूं. किसानों की ओर से सड़कें नहीं रोकी गई थी, बल्कि उन्हें हरियाणा सरकार ने आगे जाने से रोका था. शांतिपूर्ण विरोध हर नागरिक का कानूनी अधिकार है और हमारे किसानों को दिल्ली जाकर सरकार के खिलाफ अपनी राय रखने का अधिकार है. मुझे उम्मीद है कि यह किसानों के अधिकारों को पहचानने और इस अन्याय को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है."


‘हरियाणा सरकार ने लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन’
वहीं पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मैं पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के निर्देश की सराहना करता हूं, जिसने हरियाणा सरकार को एक सप्ताह के भीतर शंभू सीमा खोलने का निर्देश दिया. यह बेहद निंदनीय है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार ने लोकतंत्र के बुनियादी सिद्धांतों का उल्लंघन किया और पांच महीने तक राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया. हरियाणा सरकार के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए."


प्रताप सिंह बाजवा ने कहा मैं पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट से आग्रह करता हूं कि वह इस तथ्य को गंभीरता से लें कि खनौरी सीमा पर हमारे युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई, जबकि कई अन्य किसान बुरी तरह घायल हो गए. उनमें से कुछ ने तो अपनी आंखे भी खो दी.


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