Haryana News: देश में एक बार फिर किसान आंदोलन की सुगबुगहाट तेज होती जा रही है. किसान संगठनों की तरफ से 13 फरवरी को ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली के जंतर मंतर पर कूच करने का ऐलान किया गया है. पंजाब और हरियाणा के किसान ट्रैक्टर मार्च निकालने वाले हैं. इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अभी से सख्ती दिखानी शुरू कर दी है. हरियाणा-पंजाब के शंभू बॉर्डर पर किसानों से निपटने के लिए प्रशासन की तरफ से तैयारियां की जा रही हैं. अंबाला प्रशासन ने कंटीली तारों के साथ-साथ बैरिकेडिंग की भी व्यवस्था की है.


किसान आंदोलन को लेकर जहां कई किसानों को नोटिस जारी किए गए हैं. वहीं अंबाला एसपी जशनदीप सिंह रंधावा की तरफ से किसानों को हिदायत दी गई है कि बिना प्रशासन की अनुमति के किसान आंदोलन में हिस्सा ना लें. इसके बावजूद भी अगर कोई किसान आंदोलन में हिस्सा लेता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही अंबाला पुलिस की तरफ से सतर्क किया गया है कि किसान आंदोलन के समय कोई भी अपना वाहन किराए या भाईचारे में ना दें, नहीं तो वाहन को इंपाउंड करके अंपजीकृत किया जाएगा. इसके साथ ही कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.


क्या हैं किसानों की मांगें?
किसान संगठनों की मांग है कि देश के किसान और मजदूरों का पूरा कर्ज माफ किया जाए. 2013 का भूमि अधिग्रहण कानून दोबारा हो, सभी फसलों की एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून बने, एमएसपी स्वामीनाथन आयोग के C2+50 प्रतिशत के फॉर्मूले के अनुसार फसलों का एमएसपी तय हो. इसके साथ ही लखीमपुर खीरी के शहीद और घायल किसानों को न्याय देने की मांग, इसके अलावा किसानों ने अपने एजेंडे में 7 और मांगें शामिल हैं.


3 बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश कर सकते हैं किसान
पंजाब के किसान अंबाला का शंभू बॉर्डर, खनौरी जींद बॉर्डर और डबवाली बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश कर सकते हैं. इन बॉर्डर से एंट्री कर किसान दिल्ली की ओर कूच करने की तैयारी कर रहे हैं.


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