Haryana News: हरियाणा के कुरुक्षेत्र और राजधानी चंडीगढ़ में सूरजमुखी को एमएसपी पर खरीदने को लेकर और भावांतर योजना में ना बेचने को लेकर शुक्रवार को किसानों और अधिकारियों के बीच मीटिंग हुई थी. इस बैठक में कहा गया था कि अगर समस्या का कोई समाधान नहीं निकलेगा तो उनके द्वारा 6 जून को शाहबाद में जाम लगाया जाएगा. किसानों की मांगे पूरी ना होने पर आज भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने शाहबाद में जाम लगा दिया. 


किसानों ने शाहाबाद जीटी रोड को किया जाम
हरियाणा सरकार ने सूरजमुखी को भावांतर योजना में खरीदने का निर्णय लिया है. जिसमें ₹4800 भाव तय किया गया है और भावांतर योजना के तहत ₹1000 किसान को दिए जाएंगे. कुल ₹5800 किसान को प्रति किवंटल सूरजमुखी पर दिया जाएंगे. लेकिन एमएसपी ₹6400 है जिस पर सरकार खरीद नहीं कर रही है. जिसके विरोध स्वरूप आज किसान शाहबाद में जीटी. रोड जाम कर दिया है. किसानों को रोकने के लिए शाहबाद में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं जगह-जगह बेरिकेट्स भी लगाए गए. अगर किसानों ने अपने वादे के अनुसार दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया है.


‘सूरजमुखी की फसल भावांतर योजना में ना बेचने की अपील’
वहीं आपको बता दें कि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश बैंस ने भी कुछ दिन पहले एक वीडियो जारी कर किसानों से कहा था कि कोई भी किसान अपनी सूरजमुखी की फसल भावांतर योजना में न बेचें. आंदोलन के लिए तैयार रहे. बीते गुरुवार को किसान संगठनों ने प्रशासनिक अधिकारियों से भी मुलाकात की थी लेकिन कोई सामाधान नहीं निकल पाया था.  राकेश बैंस ने बताया था कि शाहबाद में सूरजमुखी की पैदावार सबसे अधिक है. किसानों ने भावांतर योजना के तहत सूरजमुखी की खरीद शुरू नहीं होने दी. भारतीय किसान यूनियन की तरफ से कहा गया था कि जाम तब तक नहीं खोला जाएगा, जब तक एमएसपी पर सरकारी खरीद शुरू नहीं हो जाती.


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