Shambhu Border Farmer Suicide: शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे एक 55 वर्षीय किसान ने गुरुवार को कथित रूप से खुदकुशी कर ली. बताया जा रहा है कि उन्होंने जहरीला पदार्थ खा लिया था. किसान नेताओं ने बताया कि बीते तीन सप्ताह में इस तरह का दूसरा मामला है. 


तरन तारन जिले के पाहुविंड के रहने वाले रेशम सिंह ने शंभू बॉर्डर पर खुदकुशी कर ली. पंजाब-हरियाणा के बीच मौजूद शंभू बॉर्डर पर किसान एक साल से प्रदर्शन कर रहे हैं. वे एमसीपी पर कानूनी गारंटी समेत कई मांगे कर रहे हैं. किसानों ने बताया कि रेशम सिंह को पटियाला के राजिंद्र अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.


किसान मजदूर संघर्ष समिति के सरवन सिंह पंढेर ने रेशम सिंह की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, ''तरन तारन के पाहुविंड गांव के किसान रेशम सिंह ने आज शंभू बॉर्डर पर सल्फास की गोली खा ली. वह सरकार की नीतियों से दुखी थे.''






जगजीत सिंह डल्लेवाला का अनशन 40 दिन बाद भी जारी


रेशम सिंह 6 जनवरी को किसानों के जत्थे के साथ शंभू बॉर्डर पहुंचे थे. रेशम सिंह का पूरा परिवार किसान आंदोलन में शामिल था. दिल्ली कूच के दौरान भी वह किसानों के जत्थे के साथ शंभू बॉर्डर पर मौजूद थे. उधर, खनौरी बॉर्डर पर भी किसान जमे हुए हैं. वहां किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के अनशन को 40 दिन से ज्यादा हो गया. उनकी हालत भी बिगड़ रही है लेकिन वह अस्पताल जाने को तैयार नहीं.


मृतक के परिवार के लिए मुआवजा मांग रहे किसान


ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की तरफ से आंदोलन के दौरान खुदकुशी करने वाले रेशम सिंह के परिवार को मुआवजा देने की मांग की गई है. साथ ही परिवार के एक सदस्य के लिए सरकारी नौकरी की भी मांग की जा रही है.


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