किसान आंदोलन: पंजाब के मंत्री बलबीर सिंह का कांग्रेस पर निशाना, 'घड़ियाली आंसू बहा रही'
शंभू और खनौरी बॉर्डर से आंदोलन कर रहे किसानों को हटाए जाने पर कांग्रेस ने आप सरकार को निशाने पर लिया है. इसके बाद पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है.

Farmers Protest: पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर से आंदोलन कर रहे किसानों को हटाए जाने को लेकर सियासी बवाल जारी है. इस बीच पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने गुरुवार (20 मार्च) प्रदर्शनकारी किसानों से अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने और अपने विरोध प्रदर्शन को उन जगहों पर स्थानांतरित करने की अपील की, जहां से केंद्र सरकार पर इसका असर पड़े.
उन्होंने कहा कि हाईवे बंद होने से पंजाब की अर्थव्यवस्था और उद्योगों को भारी नुकसान हो रहा है, जबकि किसानों की चिंताओं को दूर करने के लिए जिम्मेदार बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है.
हम भी किसान के बेटे हैं- डॉ. बलबीर सिंह
आप नेता ने एक्स पर लिखा, "हम भी किसान के बेटे हैं. हमारी पार्टी और नेता हमेशा किसानों के साथ खड़े रहे हैं. हमने केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी, किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे. पंजाब और पंजाबियों के हितों को नुकसान पहुंचाना कभी भी किसानों के विरोध का मकसद नहीं था. यही कारण है कि सड़क अवरोध हटाए गए हैं. हम केंद्र सरकार से न्याय पाने के लिए किसानों का समर्थन करेंगे. हमें पंजाब की अर्थव्यवस्था को बचाना और पुनर्जीवित करना है. उन्होंने कहा कि यदि सब कुछ अवरुद्ध होगा है तो निवेश कौन करेगा! कांग्रेस इस मामले पर घड़ियाली आंसू बहा रही है.''
मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. बलबीर ने कहा कि मौजूदा समय में हाईवे बंद होने के कारण उद्योग पंजाब छोड़ रहे हैं जिससे राज्य को राजस्व की बहुत हानि हो रही है. उन्होंने कहा कि उद्योग कच्चे माल का परिवहन या तैयार माल का निर्यात करने में असमर्थ हैं, जिससे व्यवसाय संचालन में व्यवधान पैदा हो रहा है. एनआरआई और पर्यटक को भी अवरुद्ध मार्गों के कारण आने-जाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि यहां तक कि अपने राज्य की राजधानी की यात्रा करने के लिए भी आम नागरिक संघर्ष कर रहे हैं.
...तब कहां थे कांग्रेस नेता- बलबीर सिंह
डॉ बलबीर ने पंजाब की आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में विफलता के लिए पिछली सरकारों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि अकाली-बीजेपी सरकार ने पंजाब को कर्ज में डूबाकर छोड़ दिया. उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर आंदोलन के दौरान किसानों की दुर्दशा की उपेक्षा करने का आरोप लगाया और उनके वर्तमान विरोध को पाखंड और अवसरवाद करार दिया. उन्होंने सवाल किया कि ये कांग्रेस नेता तब कहां थे जब किसानों के खिलाफ गोलियां, आंसू गैस और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया जा रहा था?
आप सरकार के प्रयासों पर डॉ. बलबीर सिंह ने कहा, "हम पंजाब की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने, औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और हमारे युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. पंजाब सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की है, विरोध प्रदर्शन के दौरान घायल हुए लोगों को चिकित्सा देखभाल की पेशकश की है और नशे की लत में फंसे युवाओं का पुनर्वास किया है." उन्होंने कहा कि आप सरकार उद्योग और निवेश को प्रोत्साहित करने वाला माहौल बनाने और पंजाब के लोगों के लिए रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
डॉ बलबीर ने किसानों से एकजुट होने का भी आग्रह किया जैसा उन्होंने विरोध के पहले चरण के दौरान किया था, जिसमें मजदूरों, कर्मचारियों और व्यापारियों की भागीदारी देखी गई थी. उन्होंने कहा, "हम तब भी आपके साथ खड़े थे और हम अब भी आपके साथ खड़े रहेंगे. लेकिन विरोध प्रदर्शन केंद्र सरकार के खिलाफ होना चाहिए. पंजाब की सीमाओं को बंद करने से केवल हमारे राज्य को नुकसान हुआ है, जबकि भाजपा सरकार अप्रभावित रही."
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